धाराप्रवाह तमिल बोलने वाले सिंगापुर के मंत्री ने युवाओं से किया यह आह्वान
कहा- 'क्या 20 या 30 साल बाद भी ऐसे मंत्री होंगे, जो मंच पर धाराप्रवाह तमिल बोल सकें?'

Photo: kshanmugam_ Instagram acount
सिंगापुर/दक्षिण भारत। सिंगापुर के एक मंत्री ने अगली पीढ़ी से तमिल भाषा को अगले 50 वर्षों तक जीवंत बनाए रखने का आह्वान किया है।
अगली पीढ़ी से जिम्मेदारी संभालने का आह्वान करते हुए कानून मंत्री के षणमुगम ने कहा, 'तमिल को अगले 50 वर्षों तक जीवंत बनाए रखने के लिए हमें आप जैसे युवा अग्रदूतों की जरूरत है।'धाराप्रवाह तमिल बोलने वाले मंत्री ने अपने विचार सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय तमिल भाषा (एनयूएस टीएलएस) सोसायटी द्वारा 50वीं वर्षगांठ मनाए जाने के अवसर पर साझा किए, जिसमें भाषा के प्रचार-प्रसार, छात्र नेतृत्व और सांस्कृतिक नवाचार के पांच दशकों पर विचार किया गया।
सिंगापुर के एक साप्ताहिक अखबार ने शुक्रवार को बताया कि षणमुगम, जो मुख्य अतिथि थे और एनयूएस टीएलएस के पूर्व छात्र हैं, ने पिछले पांच दशकों में समाज के योगदान की सराहना की, लेकिन सार्वजनिक जीवन में तमिल के भविष्य के बारे में भी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, 'हमें खुद से पूछना होगा कि क्या 20 या 30 साल बाद भी हमारे पास ऐसे मंत्री होंगे, जो मंच पर धाराप्रवाह तमिल बोल सकें?'
बता दें कि तमिल सिंगापुर की चार आधिकारिक भाषाओं में से एक है, अन्य भाषाएं अंग्रेजी, चीनी और मलय हैं। षणमुगम ने बताया कि कई युवा मुख्य रूप से अंग्रेजी बोलते हैं। यह प्रवृत्ति न केवल तमिल, बल्कि अन्य मातृभाषाओं जैसे मंदारिन (चीनी) और मलय को भी प्रभावित करती है।
उन्होंने तमिल भाषा को गैर-भाषी लोगों के लिए भी सुलभ और रोचक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा कक्षाओं और सामुदायिक केंद्रों से परे अनौपचारिक स्थानों पर भी इस भाषा को सुनने के महत्त्व पर प्रकाश डाला।