चेन्नई। अभिनेता से नेता बने तमिल फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने तूतीकोरीन (तुत्तुकु़डी) में स्टरलाइट प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में घायल हुए लोगों से बुधवार को अस्पताल जाकर मुलाकात की। वहीं इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने स्टरलाइट प्लांट के मालिकों में ’’अमानवीय’’ करार दिया और कहा कि यह प्लांट अब कभी नहीं खुलना चाहिए। तूतीकोरिन में हिंसा के लिए रजनीकांत ने असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हिंसा में शामिल असामाजित तत्वों के खिलाफ राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस फायरिंग की इजाजत देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, ’’लोग किसी वजह से ही वहां प्रदर्शन कर रहे थे।पुलिस को इस दौरान संयम बरतना चाहिए था।’’रजनीकांत इस मामले में राज्य सरकार का भी बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि हर मामले पर सरकार से इस्तीफा मांगना कोई समाधान नहीं है। यह घटना सरकार के लिए एक ब़डा सबक है। किसी को भी इतनी हिंसा का अंदाजा नहीं था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोग सब जानते हैं और वह वक्त आने पर जवाब देंगे। मुझे यकीन है कि खुफिया विभाग को भी इसकी रिपोर्ट मिलेगी। रजनीकांत ने इससे पहले एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, ’’पुलिस फायरिंग में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए। अभी के लिए तो सरकार की कार्रवाई संतोषजनक है, लेकिन राज्य सरकार को जरूरत प़डने पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।’’ ज्ञातव्य है कि तूतीकोरीन में स्थित वेदांत समूह द्वारा संचालित तांबा उत्पादन ईकाई स्टरलाइट के खिलाफ पिछले तीन महीनों से जारी विरोध प्रदर्शन २२ मई को अचानक उग्र हो गया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन पर फायरिंग की दी थी। इस पुलिस फायरिंग में १३ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे। इस मामले में हंगामा ब़ढने के बाद राज्य सरकार ने स्टरलाइट प्लांट का लाइसेंस रद्द कर दिया. वहीं राज्य की विधानसभा में भी यह मामला जोर-शोर से उठा, जहां मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने कहा कि कुछ ऐसे हालात बन गए थे जिसमें पुलिस कार्रवाई ’’जरूरी’’ हो गई थी। रजनीकांत ने बुधवार को कहा कि देश के नागरिकोंं को शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है लेकिन उन्हें यह बात समझना होगा कि केवल शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। आम नागरिकों को किसी विरोध प्रदर्शन के दौरान इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी राजनीतिक पार्टी या राजनेता उनकी समस्याओं का अपने राजनीतिक फायदे के लिए उपयोग नहीं कर सके और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की भी़ड में कुछ ऐसे लोग जरुर शामिल थे जिनका इस विरोध प्रदर्शन और स्टरलाइट संयंत्र को बंद करवाने से कोई लेना देना नहीं था और वह प्रदर्शनकारियों की आ़ड में तो़ड फो़ड करने और शांति भंग करने के उद्देश्य से इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे।रजनीकांत ने बुधवार को तूतीकोरीन सरकारी अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कुछ घायल प्रदर्शनकारियों ने उनसे मिलने के बाद यह कहा कि उन्हें भले ही अस्पताल में भर्ती होना प़ड रहा है और तकलीफ उठानी प़ड रही है लेकिन वह इस बात से खुश हैं कि राज्य सरकार ने तूतीकोरीन स्थित स्टरलाइट संयंत्र को स्थाई तौर पर बंद करने के साथ ही इस इकाई के विस्तार के लिए आवंटित की गई दूसरी भूखंड का भी आवंटन रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना से सीख लेते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भविष्य में कभी भी राज्य में ऐसे संयंत्रों को स्थापित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए जिससे राज्य के नागरिकों को किसी प्रकार का नुकसान होने की संभावना हो।