इजराइल के साथ युद्ध में कूद अमेरिका, ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया
नेतन्याहू ने की तारीफ

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तेल अवीव/दक्षिण भारत। अमेरिका ने रविवार तड़के ईरान के तीन ठिकानों पर हमला किया, जिससे वह इज़राइल के युद्ध में शामिल हो गया। उसका उद्देश्य देश के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना है। साथ ही, व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंकाओं के बावजूद दीर्घकालिक दुश्मन को कमजोर करने का जोखिम भरा कदम उठाया है।
व्हाइट हाउस से राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान के प्रमुख परमाणु हथियार 'पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।' कोई स्वतंत्र क्षति आकलन नहीं किया गया।यह स्पष्ट नहीं था कि अमेरिका अपने सहयोगी इजराइल के साथ मिलकर ईरान पर हमला जारी रखेगा या नहीं, जो ईरान के साथ नौ दिनों से युद्ध में लगा हुआ है। ट्रंप ने कांग्रेस की अनुमति के बिना कार्रवाई की, और उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तेहरान ने अमेरिकी सेना के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तो अतिरिक्त हमले होंगे।
'शक्ति के माध्यम से शांति'
ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'साहसिक निर्णय' की सराहना करते हुए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इसने 'शक्ति के माध्यम से शांति' का प्रदर्शन किया है। इससे क्षेत्र और उसके बाहर शांति और समृद्धि का भविष्य बनेगा।
नेतन्याहू ने कहा, 'अमेरिका की अद्भुत और न्यायपूर्ण ताकत के साथ ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का आपका (ट्रंप का) साहसिक निर्णय इतिहास बदल देगा।'