उप्र चुनाव: सपा-रालोद गठबंधन की औपचारिक घोषणा, किसे कितना फायदा?
जयंत चौधरी और अखिलेश तय कार्यक्रम से करीब एक घंटा विलंब से दोपहर बाद एक बजकर 19 मिनट पर दबथुवा रैलीस्थल पहुंचे
मेरठ/भाषा। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर दबथुआ गांव में मंगलवार को हुई रैली में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन की औपचारिक घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में बदलाव की शुरुआत आज हो गई है।’
अखिलेश यादव ने रैली में जमा भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘इस समय का उत्साह बता रहा है कि वर्ष 2022 में बदलाव होगा।’ उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इस बार पश्चिम (उत्तर प्रदेश) में भाजपा का सूरज नहीं उगेगा। यहां के किसानों और युवाओं ने मिलकर भाजपा को भगाने का फैसला लिया कर लिया है।’सपा प्रमुख ने कहा, ‘उनका गठबंधन चाहता है कि किसानों को उनका हक मिले और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर ठोस फैसला हो। लेकिन भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है।’
अखिलेश यादव ने दावा किया कि गठबंधन, किसानों को उनका हक दिलाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। मान छीना है, भाजपा को जाना होगा।’
सपा प्रमुख ने कहा, ‘भाजपा सरकार ने हवाई जहाज बेच दिये, एयरपोर्ट बेच दिये, रेलवे स्टेशन बेच दिये। हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने का क्या हुआ। आज मोटरसाइकिल चलाना भी मुश्किल हो गया है। लेकिन भाईचारे को मजबूत करने लिए रालोद-सपा के कार्यकर्ता खड़े हैं।’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं। वे बस हमारे बीच खाई पैदा करते हैं।’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘जो पैदा करें खाई, वही भाजपाई।’ उन्होंने इसके साथ ही लोगों से चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजीत सिंह की विरासत को बचाने के लिए एकजुट होकर मतदान करने की अपील की।
सपा प्रमुख ने सरकार बनने पर किसानों का बकाया भुगतान करने और सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। उन्होंने भाजपा के विकास के दावों का माखौल उड़ाते हुए कहा, ‘भाजपा की हर बात झूठी है। विकास का फिल्मी घोड़ा है, जो दौड़ता दिखता है लेकिन असल में दौड़ता नहीं है।’
वहीं, जयंत चौधरी ने गठबंधन के बारे में कहा, ‘अखिलेशजी और मैं एक साथ इस संबंध की घोषणा कर रहे हैं। हमारी डबल इंजन की सरकार का पहला काम शहीद किसानों का स्मारक बनाना होगा, जो चौधरी चरण सिंह की इस जमीन पर प्रदर्शन करने के दौरान मारे गए।’
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘भाजपा वाले अपने को फायर ब्रांड नेता कहते हैं, लेकिन उनमें कोई फयर ब्रांड नेता नहीं है। अगर होते तो जब उत्तर प्रदेश में किसानों पर अत्याचार हो रहा था तब वह कहां थे।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘योगीजी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) औरंगजेब से शुरुआत करते हैं या जाते हैं कैराना। नौजवान मजदूर बनने को पलायन करता है। यह उन्हें दिखाई नहीं देता। बिजनौर में उद्घाटन करने के दौरान ही सड़क टूट गई।’
रालोद अध्यक्ष ने कहा, ‘बाबा (योगी) तभी खुश नजर आते हैं जब बछड़ों के बीच होते हैं। उन्हें गोरखपुर भेज दो। सरकारी काम उनसे संभल नहीं रहा। हम भूल नहीं सकते किसानों को रौंदा गया था।’
गौरतलब है कि जयंत चौधरी और अखिलेश तय कार्यक्रम से करीब एक घंटा विलंब से दोपहर बाद एक बजकर 19 मिनट पर दबथुवा रैलीस्थल पहुंचे थे।
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