उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फिर भड़की हिंसा, मृतक संख्या बढ़कर 9 हुई
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फिर भड़की हिंसा, मृतक संख्या बढ़कर 9 हुई
नई दिल्ली/भाषा। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई सांप्रदायिक झड़प के एक दिन बाद मंगलवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई और आगजनी के बाद धुएं का गुबार कई जगह से उठता देखा गया। सड़कों पर भीड़ बिना किसी रोक-टोक के नजर आई। भीड़ में शामिल लोग पत्थर बरसा रहे थे, दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे थे और स्थानीय लोगों को धमका रहे थे। बीते दो दिनों में हिंसा में नौ लोग मारे गए हैं।
शहर के उत्तर-पूर्वी इलाके में बढ़ते तनाव के बीच दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकलगाड़ियों में तोड़फोड़ की और मौजपुर में भड़काऊ नारेबाजी के दौरान एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया। सड़कों पर जगह-जगह पड़े ईंट-पत्थर और जले हुए टायर यहां हुई हिंसा की गवाही दे रहे थे जिसने सोमवार को सांप्रदायिक रंग ले लिया और इस दौरान 48 पुलिसकर्मियों समेत करीब 150 लोग घायल हो गए।Special CP Satish Golcha in Delhi’s Khajuri Khaas: We will be detaining the miscreants and taking legal action against them. People should cooperate with us to maintain peace. We are here till the situation normalises. Else we deploy more forces. pic.twitter.com/qsz2bTsEBg
— ANI (@ANI) February 25, 2020
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राष्ट्रीय राजधानी में जारी हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालात पर चर्चा करने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक की एक बैठक बुलाई। इसमें शहर में शांति बहाली के लिए राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के हाथ मिलाने और सभी इलाकों में शांति समितियों को फिर से सक्रिय करने का भी संकल्प लिया गया।
हिंसा प्रभावित इलाकों में लाठी, पत्थरों और रॉड से लैस उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। मौजपुर में दंगाइयों ने सड़क पर लोगों की पिटाई की और ई-रिक्शा व अन्य वाहनों पर भी अपना गुस्सा निकाला। कई पत्रकारों से भी धक्का-मुक्की की गई और उन्हें वापस जाने को कहा गया।
इलाके में तनाव कायम होने के चलते स्कूल बंद हैं और डर के कारण लोग भी घरों से बाहर नहीं निकले। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है, जिसके तहत चार या उससे ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठे होने पर रोक है।
Delhi: Police and Rapid Action Force are conducting flag-march in Khajuri Khaas area pic.twitter.com/jErabkAolB
— ANI (@ANI) February 25, 2020
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मौजपुर में नाम न जाहिर करने की इच्छा व्यक्त करते हुए एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘इलाके में पुलिस की मौजूदगी बमुश्किल नजर आ रही है। दंगाई घूम रहे हैं, लोगों को धमका रहे हैं और दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। परिवारों को निकाले जाने की जरूरत है। हम अपने ही घरों में असुरक्षित हैं।’
हिंसक घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। जीटीबी अस्पताल के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो चुकी है। मारे गए लोगों में घोंडा निवासी विनोद कुमार भी है। उसे मृत हालत में अस्पताल लाया गया था और उसका शव जग प्रवेश अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया है।
इस हिंसा में कर्दमपुरी में रहने वाले मोहम्मद फुरकान की भी जान चली गई। उसके भाई मोहम्मद इमरान ने बताया कि फुरकान की 2014 में शादी हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। उसने बताया कि फुरकान अपने बच्चों के लिए खाने का सामान लेने गया था, तभी उसे गोली लग गई। उसने बताया कि जब वह जीटीबी अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि उसके भाई की मौत हो चुकी है।