गांधीनगर रेलवे स्टेशन, जहां सुपरिंटेंडेंट से प्वाइंट्समैन तक काम रहेगा महिलाओं के जिम्मे

गांधीनगर रेलवे स्टेशन, जहां सुपरिंटेंडेंट से प्वाइंट्समैन तक काम रहेगा महिलाओं के जिम्मे

जयपुर। यह राजस्थान के लिए एक गौरव की ही बात होगी, कि यहां बेटियों का हौंसला बढाने और उन्हें आगे बढाने के लिए एक सार्थक व सकारात्मक शुरुआत की जा रही है। यह शुरुआत उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल द्वारा की जा रही है। जयपुर के पास बना गांधीनगर रेलवे स्टेशन देश का दूसरा व राजस्थान का पहला ऑल-वुमन रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है। उप रेलवे के जीएम टीपी सिंह की अनुशंसा पर डीआरएम सौम्या माथुर व एडीआरएम (ओ) आरपी मीना ने इसकी शुरुआत की है। इसके लिए यहां महिला रेलकर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। इसी फरवरी माह में उप रेलवे के जीएम टीपी सिंह व जयपुर डीआरएम सौम्या माथुर इसकी शुरुआत करेंगी। इसके बाद इस स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी भेजा जा सकता है।ॅज्रु·र्ष्ठैंप्रय्द्म ब्द्ध ब्स् ख्य्ैंथ्र्‍द्मख्द्य मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर के आसपास के इलाकों में सबसे ज्यादा कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। जिसके चलते यह जयपुर का एजुकेशन हब है। साथ ही रिहायशी इलाकों से नजदीक भी है। यात्रा करने वालों में स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा हैं। महिला-पुरुष समानता की सोच को आगे ब़ढाने के लिए छात्रों से बेहतर जरिया नहीं हो सकता। इसलिए गांधीनगर स्टेशन को चुना गया है।द्भरूैं ्यझ्ैं·र्ैं ब्ह्ख्य् डट्टष्ठप्रय्द्मस्टेशन सुपरिंटेंडेंट से लेकर खलासी (प्वाइंट्समैन) तक और आरपीएफ इंस्पेक्टर से टिकट चैकिंग स्टाफ तक सब महिलाएं हैं। ४० महिला कर्मचारी तैनात होंगी। ८-८ घंटे की तीन शिफ्ट में काम होगा। नीलम जाटव गांधीनगर की पहली महिला स्टेशन सुपरिंटेंडेंट (एसएस) होगी। ये वही नीलम हैं, जो मार्च २०१५ में जयपुर मंडल की पहली महिला स्टेशन मास्टर बनी थीं। ऑल-वुमन स्टेशन की कमान नीलम को सौंपी है। नीलम डीआरएम सौम्या माथुर से बोलीं- वह इस जिम्मेदारी को संपूर्ण निष्ठा के साथ निभाएंगी।ट्टुष्ठद्मह्र ·र्ष्ठैं फ्र्ड्डैंध् ृय्स्द्य फ्रुद्य्यूय्त्र फ्ैंघ्य्ध्द्म ·र्ैंर्‍ ्यज्द्बष्ठख्रय्द्यर्‍ ॅैं्यज्ध्य् डट्टष्ठध्य् ·र्ैंर्‍ ब्स्एंजिला कहती हैं- आईएएस की प्री परीक्षा पास कर ली थी। पिताजी की मृत्यु होने पर रेलवे की नौकरी चुन ली। अब जो जिम्मेदारी मिली है, उसे पूरा करना है। महिला स्टेशन होगा, यह सोचकर ही मजा आ रहा है। सरोज धाक़ड व गीता सिंह भी उत्साहित हैं। नीलम की टीम में ४० महिलाएं राजस्थान, बिहार, यूपी, के अलग-अलग शहरों से हैं। सबका काम निर्धारित होगा। लगभग ४० महिलाएं स्टेशन ऑपरेशन संभालेंगी। इनमें ४ ट्रेन ऑपरेशन, ८ बुकिंग, ६ रिजर्वेशन, ६ टिकट चैकिंग व अनाउंसमेंट लगभग १० आरपीएफ और ६ स्टेशन के बाकी ब़डे-छोटे काम संभालेंगी।प्य्स्रट्टह्मफ्ॅष्ठझ् ख्श्नरुझ् ट्टर्‍द्ब ·र्ैंह् द्यक्वष्ठख्य् ृझ्ठ्ठष्ठट्टइस स्टेशन से जु़डी समस्याओं के लिए रेलवे ने सीनियर डीएफएम अभिलाषा मिश्रा को स्टेशन कॉर्डिनेटर बनाया है। किसी तरह कि समस्या होने पर टीम गांधीनगर उन्हें बताएगी। डीआरएम सौम्या माथुर, एडीआरएम आरपी मीना, एडीआरएम (ए) एचसी मीना एक वॉट्सएप ग्रुप पर स्टेशन की गतिविधियों से अपडेट रहेंगे। इस ग्रुप में सीनियर डीसीएम डॉ राकेश कुमार, सीनियर डीओएम केके मीना, सीनियर डीएससी मनोज सिंह सहित व्यवस्थाओं से जु़डे सभी अधिकारी होंगे।

Google News
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Advertisement

Latest News

'छद्म युद्ध' की चुनौतियां 'छद्म युद्ध' की चुनौतियां
आर्थिक दृष्टि से अधिक शक्तिशाली भारत अपने दुश्मनों पर और ज्यादा शक्ति के साथ प्रहार कर सकेगा
दपरे: कारगिल युद्ध के वीरों के सम्मान में सेंट्रल हॉस्पिटल ने रक्तदान शिविर लगाया
कर्नाटक सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने का फैसला किया
मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर ने कारगिल युद्ध विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाई
एमयूडीए मामला: प्रह्लाद जोशी ने सिद्दरामैया पर आरोप लगाया, सीबीआई जांच की मांग की
भोजनालयों पर नाम प्रदर्शित करने संबंधी निर्देश पर योगी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में क्या दलील दी?
'विपक्षी दल के रूप में काम नहीं कर रही भाजपा, कुछ भी गलत या घोटाला नहीं हुआ'