आईटीआई लि. ने 'केरल सवारी 2.0' को लॉन्च करने के लिए राज्य सरकार से हाथ मिलाया
इस ऐप से केरल के यात्रियों को लाभ मिलेगा
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश राय
पलक्कड़/बेंगलूरु/दक्षिण भारत। प्रमुख दूरसंचार विनिर्माण कंपनी आईटीआई लिमिटेड ने ऑनलाइन ऑटो और कैब बुकिंग प्लेटफॉर्म के उन्नत संस्करण 'केरल सवारी 2.0' को लॉन्च करने के लिए केरल सरकार से हाथ मिलाया है।
इस परियोजना का शुभारंभ 4 नवंबर को तिरुवनंतपुरम में केरल सरकार के मंत्री शिवानक्युट्टी द्वारा श्रम आयुक्त सफना नज़रुद्दीन, परियोजना के तकनीकी साझेदारों, श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया गया।'केरल सवारी' को तिरुवनंतपुरम और कोच्चि शहर में पहले ही पूरी तरह से ऑपरेशनल कर दिया गया है। यह दिसंबर तक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम ऐप बन जाएगा। मेट्रो, वाटर मेट्रो, मेट्रो फीडर बसों, ऑटो और कैब को इंटीग्रेट करने वाली यह प्रणाली पूरे देश के लिए मॉडल होगी। इस परियोजना को अन्य जिलों और शहरों में भी लागू किया जाएगा।
श्रम विभाग के अंतर्गत केरल मोटर वर्कर्स वेलफेयर फंड बोर्ड (केएमडब्ल्यूडब्ल्यूएफबी) केरल सरकार, पुलिस विभाग, परिवहन, आईटी, योजना बोर्ड और अन्य विभागों के सहयोग से इस परियोजना का कार्यान्वयन कर रहा है।
परीक्षण रहा सफल
'केरल सवारी' सब्सक्रिप्शन मोड पर काम करता है। सरकार द्वारा निर्धारित सब्सक्रिप्शन दरों की यह प्रणाली ड्राइवरों के लिए बढ़िया कमाई सुनिश्चित करती है। तिरुवनंतपुरम और कोच्चि शहर में इसका परीक्षण अप्रैल से सफलतापूर्वक किया गया है।
इस परियोजना में पहले ही 23,000 ड्राइवरों को शामिल किया जा चुका है। वहीं, 3,60,000 ट्रिप की जा चुकी हैं। तिरुवनंतपुरम और कोच्चि शहर में ड्राइवरों द्वारा औसतन 1,200 दैनिक ट्रिप के साथ 9.36 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है।
आगे होगा विस्तार
'केरल सवारी' का लक्ष्य मल्टी-मोबिलिटी ऐप बनना है। इसके लिए डिज़ाइन तैयार है, जिसके तहत मेट्रो, वाटर मेट्रो, पर्यटन, मंदिर टिकट, रेलवे और प्रीपेड ऑटो काउंटर में टिकट बुकिंग के साथ तालमेल स्थापित कर काम किया जाएगा। सरकार द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार एंबुलेंस और मालवाहक वाहनों को भी प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ा जा सकेगा।
इस अवसर पर मंत्री शिवानक्युट्टी ने कहा, ''केरल सवारी' सिर्फ एक ऐप नहीं है। यह श्रमिकों के कल्याण और जनता के लिए किफायती दरों पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने की केरल सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।'
यात्रियों को मिलेगा लाभ
आईटीआई लि. के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश राय ने कहा, 'आईटीआई लि. को 'केरल सवारी' प्लेटफॉर्म को लॉन्च करने के लिए केरल सरकार के साथ साझेदारी करने पर खुशी है। हमारी पलक्कड़ यूनिट विभिन्न माध्यमों से केरल सरकार की मदद कर रही है, जैसे- परिवहन विभाग के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना, केरल मोटर वर्कर्स वेलफेयर फंड बोर्ड के लिए अभिलेखों का डिजिटलीकरण करना, केरल के स्कूलों को लैपटॉप उपलब्ध कराना आदि। मुझे खुशी है कि इस ऐप से केरल के यात्रियों को लाभ मिलेगा।'
राय ने कहा, 'साल 2022 में शुरू की गई पायलट परियोजना की कमियों को दूर कर लिया गया है। तिरुवनंतपुरम और कोच्चि शहर में इसका परीक्षण किया जा चुका है। आईटीआई पलक्कड़ यूनिट ऐप के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर तकनीकी सहायता देगी।'


