हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे: मोदी
एएफएस आदमपुर में प्रधानमंत्री का संबोधन ...

Photo: @narendramodi X account
आदमपुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एएफएस आदमपुर में वायु योद्धाओं और सैनिकों के साथ बातचीत की। इसके बाद उन्होंने भारत माता के जयकारे लगाते हुए देश के वीरों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि इस जयघोष की ताकत अभी-अभी दुनिया ने देखी है। भारत माता की जय सिर्फ उद्घोष नहीं है। यह देश के हर उस सैनिक की शपथ है, जो मां भारती की मान-मर्यादा के लिए जान की बाजी लगा देता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देश के हर उस नागरिक की आवाज है, जो देश के लिए जीना चाहता है, कुछ कर गुजरना चाहता है। भारत माता की जय, मैदान में भी गूंजती है और मिशन में भी। जब भारत के सैनिक मां भारती की जय बोलते हैं, तो दुश्मन के कलेजे कांप जाते हैं। जब हमारे ड्रोन दुश्मन के किले की दीवारों को ढहा देते हैं, जब हमारी मिसाइलें सनसनाती हुईं निशाने पर पहुंचती हैं, तो दुश्मन को सुनाई देता है - भारत माता की जय।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमारी फौजें न्यूक्लियर ब्लैकमेल धमकी की हवा निकाल देती हैं तो आकाश से पाताल तक एक ही बात गूंजती है - भारत माता की जय। आप सभी ने वाकई कोटि-कोटि भारतीयों का सीना चौड़ा कर दिया है। हर भारतीय का माथा गर्व से ऊंचा कर दिया है। आपने इतिहास रच दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वीरों के पैर धरती पर पड़ते हैं, तो धरती धन्य हो जाती है। जब वीरों के दर्शन का अवसर मिलता है, तो जीवन धन्य हो जाता है। इसलिए मैं आज सुबह-सुबह ही आपके दर्शन करने के लिए यहां पहुंचा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से अनेक दशक बाद भी जब भारत के इस पराक्रम की चर्चा होगी, तो उसके सबसे प्रमुख अध्याय आप और आपके साथी होंगे। आप सभी वर्तमान के साथ ही देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए भी नई प्रेरणा बन गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके पराक्रम की वजह से आज ऑपरेशन सिंदूर की गूंज हर कोने में सुनाई दे रही है। इस पूरे ऑपेरशन के दौरान हर भारतीय आपके साथ खड़ा रहा। हर भारतीय की प्रार्थना आप सभी के साथ रही। आज हर देशवासी अपने सैनिकों, उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ है, उनका ऋणी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है। यह भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है। 'वो' कायरों की तरह छिपकर आए थे, लेकिन भूल गए कि उन्होंने जिसे ललकारा है, वह हिंद की सेना है।
आपने उन्हें सामने से हमला करके मारा है। आपने आतंक के तमाम बड़े अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। नौ आतंकी ठिकाने बर्बाद कर दिए, 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई। आतंक के आकाओं को अब समझ आ गया है कि भारत की ओर नजर उठाने का अब एक ही अंजाम होगा - तबाही। भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा - विनाश और महाविनाश।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बुद्ध की धरती है और गुरु गोबिंद सिंहजी की भी धरती है। गुरु गोबिंद सिंहजी ने कहा था- 'सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं'। अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए शस्त्र उठाना हमारी परंपरा है। इसीलिए जब हमारी बहन-बेटियों का सिंदूर छीना गया, तो हमने आतंकियों के फन को उनके घर में घुसकर कुचल दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना ने उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी। आपने पाकिस्तानी फौज को भी बता दिया है कि पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सकें। हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। हमारे ड्रोन्स, हमारी मिसाइलों के बारे में सोचकर तो पाकिस्तान को कई दिनों तक नींद नहीं आएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में। निर्भीक गया वह ढालों में, सरपट दौड़ा करवालों में।' ये पंक्तियां महाराणा प्रताप के प्रसिद्ध घोड़े चेतक पर लिखी गई थीं, लेकिन ये आधुनिक भारतीय हथियारों पर भी फिट बैठती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने ऑपरेशन सिंदूर से देश का आत्मबल बढ़ाया है, देश को एकता के सूत्र में बांधा है और आपने भारत की सीमाओं की रक्षा की है। आपने भारत के स्वाभिमान को नई ऊंचाई दी है। आपने वो किया है, जो अभूतपूर्व है, अकल्पनीय है, अद्भुत है।