पाकिस्तानी मंत्री का दावा: आईएसआई के पूर्व प्रमुख फ़ैज़ हमीद टीटीपी को लाना चाहते थे!
पाकिस्तान में हाल में आतंकवाद की जबरदस्त लहर आई है
पीटीआई और वर्तमान सरकार मुल्क में सुरक्षा स्थिति के लिए दोषारोपण कर रहे हैं
इस्लाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तान के एक मंत्री ने कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख के बारे में बड़ा दावा किया है। मानवाधिकार मंत्री रियाज पीरजादा ने दावा किया है कि आईएसआई के पूर्व महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को मुल्क में वापस लाना चाहते थे। उन्होंने स्थानीय मीडिया के एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की।
बता दें कि पाकिस्तान में हाल में आतंकवाद की जबरदस्त लहर आई है। पिछले दिनों पेशावर की एक मुस्जिद में धमाके के बाद शुक्रवार रात को कराची पुलिस प्रमुख के दफ्तर पर हमला हुआ है।
शरिया फैसल स्थित दफ्तर में आतंकवादियों और कानून-प्रवर्तन एजेंसियों के बीच घंटों चली लड़ाई में चार लोग मारे गए और 18 घायल हो गए, जबकि तीनों आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है।
पीटीआई और वर्तमान सरकार मुल्क में सुरक्षा स्थिति के लिए दोषारोपण कर रहे हैं। गठबंधन की ओर से कहा गया है कि पीटीआई का आतंकवादियों के साथ बातचीत करने का कदम 'त्रुटिपूर्ण' था और इसे संसद द्वारा 'कभी समर्थन' नहीं दिया गया था।
मंत्री का बयान पीटीआई नेता शिरीन मजारी द्वारा दावा किए जाने के एक दिन बाद आया है कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा मुल्क में टीटीपी सदस्यों का 'पुनर्वास' करना चाहते थे।
हालांकि, मजारी के पार्टी प्रमुख इमरान खान ने इस महीने की शुरुआत में योजना का बचाव किया था।
इमरान ने कहा था कि जब अफगान युद्ध समाप्त हुआ, करीब 30,000 से 40,000 पाकिस्तानी कबायली लड़ाके वापस आना चाहते थे। मुल्क में उनके पुनर्वास के संबंध में स्थानीय नेताओं सहित सभी हितधारकों को शामिल किया गया था।
पीरजादा ने साक्षात्कार में दावा किया कि एक बंद कमरे में बातचीत हुई, जिसमें फौज के जनरलों ने टीटीपी को पाकिस्तान वापस लाने का प्रस्ताव रखा।
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