आज 'मन की बात' में क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?

यह इस साल का आख़िरी 'मन की बात' कार्यक्रम था

आज 'मन की बात' में क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?

'इस साल देश ने नई रफ्तार पकड़ी और सभी देशवासियों ने एक से बढ़कर एक काम किए'

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों के साथ अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि 2022 कई मायने में बहुत ही प्रेरक और अद्भुत रहा। इस साल भारत ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए और अमृतकाल का प्रारंभ हुआ। इस साल देश ने नई रफ्तार पकड़ी और सभी देशवासियों ने एक से बढ़कर एक काम किए।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 एक और कारण से हमेशा याद किया जाएगा। यह है, 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना का विस्तार। देश के लोगों ने एकता और एकजुटता को सेलेब्रेट करने के लिए भी कई अद्भुत आयोजन किए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 में देशवासियों ने एक और अमर इतिहास लिखा है। अगस्त के महीने में चला 'हर घर तिरंगा' अभियान भला कौन भूल सकता है! वो पल थे हर देशवासी के रोंगटे खड़े हो जाते थे। आजादी के 75 वर्ष के इस अभियान में पूरा देश तिरंगामय हो गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम सभी के श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयीजी का जन्मदिन है। वे एक महान राजनेता थे, जिन्होनें देश को असाधारण नेतृत्व दिया। हर भारतवासी के हृदय में उनके लिए एक खास स्थान है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार भी मनाया जा रहा है। ये जीसस क्राइस्ट के जीवन, उनकी शिक्षाओं को याद करने का दिन है। मैं आप सभी को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी ने मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर के बारे में जरूर सुना होगा। इस संस्थान ने रिचर्स, इनोवेशन और कैंसर केयर में बहुत नाम कमाया है। इस सेंटर द्वारा की गई एक गहन शोध में सामने आया है कि ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों के लिए योग बहुत ज्यादा असरकारी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के एम्स में भी एक प्रयास किया जा रहा है। यहां हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को वेलिडेट करने लिए छह साल पहले एकीकृत चिकित्सा और अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई। इसमें नवीनतम आधुनिक तकनीकें और रिसर्च पद्दतियों का उपयोग किया जाता है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 'मन की बात' के श्रोताओं को मैं एक और चुनौती के बारे में बताना चाहता हूं, जो अब समाप्त होने की कगार पर है। यह चुनौती, यह बीमारी है -'कालाजार'। सबके प्रयास से 'कालाजार' नाम की यह बीमारी अब तेजी से समाप्त होती जा रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सदियों से कल-कल बहती मां गंगा को स्वच्छ रखना हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। इसी उद्देश्य के साथ, 8 साल पहले हमने 'नमामि गंगे अभियान' की शुरुआत की थी। हम सभी के लिए यह गौरव की बात है कि भारत की इस पहल को आज दुनियाभर की सराहना मिल रही है।

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