कश्मीर में नौजवानों को अमन की तालीम दें मौलवी, ग्रंथी और पंडित

कश्मीर में नौजवानों को अमन की तालीम दें मौलवी, ग्रंथी और पंडित

नई दिल्ली/वार्ता। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू कश्मीर के मौलवियों, ग्रंथियों और पंडितों से नौजवानों को सही तालीम देने को कहा है जिससे वे पढ लिखकर अमनपसंद नागरिक बनें और देश की प्रगति में हाथ बटायें।
सेना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सद्भावना टूर पर राजधानी दिल्ली आये जम्मू कश्मीर के रियासी और राजौरी जिलों के 21 धार्मिक नेताओं ने यहां साउथ ब्लाक में जनरल रावत से मुलाकात की। इनमें मस्जिदों के मौलवी, गुरूद्वारों के ग्रंथी और मंदिरों के पुजारी शामिल थे।
उन्होंने सेना प्रमुख से राजौरी और रियासी में आर्मी पब्लिक स्कूल या सैनिक स्कूल खोलने का अनुरोध किया जिससे क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
जनरल रावत ने कहा कि जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद सीधे केन्द्र के मातहत आ गया है और वहां के लोगों को अच्छी शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि वह उनकी इस मांग पर पूरी गंभीरता से विचार करेंगे और इस बारे में अपनी ओर से हर प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि रियासी और राजौरी में सेना पहले नौजवनों को प्रशिक्षित करेगी और फिर वहां भर्ती के लिए रैली का आयोजन करेगी। जम्मू कश्मीर पुलिस भी वहां विशेष भर्ती रैली शुरू कर सकती है।
सेना प्रमुख ने कहा कि इन क्षेत्रों के स्थानीय लोगों और धार्मिक नेताओं ने माहौल को सुधारने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया है और
सेना इसके लिए उनकी सराहना करती है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक नेताओं को अपने अपने धार्मिक ग्रंथों का सच्चा संदेश युवाओं को देना चाहिए जिससे वे अमनपसंद नागरिक बनें और देश की तरक्की में योगदान दें। एक बार जम्मू कश्मीर में अमन कायम हो जायेगा तो विकास और रोजगार के अवसर अपने आप ही बढ जायेंगे। उन्होंने कहा कि मौलवियों, ग्रंथियों और पंडितों के एक साथ सद्भावना टूर में यहां आने से घाटी में एक बड़ा संदेश जायेगा कि सब लोग मिलजुल कर शांति से रह सकते हैं।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download