भ्रम फैलाने की साजिश को नाकाम करें
जागरूक रहना और सूझबूझ से काम करना भी देशभक्ति है

बाजारों में सभी चीजें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई से नागरिकों में जोश के साथ खुशी की लहर है। लोग भारतीय सशस्त्र बलों का भरपूर समर्थन करते हुए एकजुटता दिखा रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ खास तरह के संदेशों का तेजी से वायरल होना चिंता का विषय है, क्योंकि उनका मकसद लोगों को भ्रमित करना और अफरा-तफरी का माहौल बनाना है। हालांकि हमारे ज्यादातर देशवासी बहुत संयम और अनुशासन का पालन कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों की संख्या भी बहुत है, जो मोबाइल फोन पर मिली हर जानकारी को सच मानकर उसे आगे बढ़ा देते हैं। इस आदत से बचना चाहिए। इन दिनों विभिन्न वॉट्सऐप समूहों में जान-बूझकर ऐसी बातों का प्रसार किया जा रहा है, जिनका हकीकत से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। यह दुश्मन की एक चाल भी हो सकती है। पाकिस्तान के रावलपिंडी में आईएसपीआर नामक झूठ की एक फैक्ट्री चलती है, जिसका काम ही यह है कि किसी तरह भारतवासियों को भ्रमित किया जाए। हमारे यहां जो झूठे, भ्रामक, आधे-अधूरे और तथ्यहीन संदेश वायरल हो रहे हैं, उनके तार जरूर आईएसपीआर से जुड़ते होंगे। ऐसे ही एक संदेश में दावा किया गया है कि 'भारत-पाक तनाव के कारण कुछ दिनों के लिए एटीएम बंद हो सकते हैं!' इसके बाद कई बैंकों ने उक्त संदेश का खंडन किया। भारत में एटीएम बंद होने जैसी कोई स्थिति नहीं आने वाली, क्योंकि एक तो बैंकों का कामकाज सहज ढंग से चल रहा है, एटीएम में समयानुसार नकदी डाली जा रही है, वहीं डिजिटल पेमेंट इतना हो रहा है कि नकदी पर निर्भरता कम होती जा रही है। लिहाजा एटीएम बंद होने की बात कोरी अफवाह है।
दरअसल पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेट पर पूरी ताकत झोंक दी है। वह फर्जी संदेशों के जरिए ऐसी स्थिति पैदा करना चाहता है कि लोग घबराहट में बैंक शाखाओं व एटीएम के सामने लंबी-लंबी लाइनें लगाएं और जरूरत से ज्यादा सामान खरीद लें, ताकि हमारी अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े। इसी तरह कुछ संदेशों में किया गया यह दावा भी झूठ का पुलिंदा है कि 'देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की किल्लत होने वाली है।' इसके समर्थन में कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की गई हैं। भारत के पास पर्याप्त मात्रा में ईंधन है। किसी जगह पर कोई किल्लत नहीं है। हर कहीं आसानी से आपूर्ति हो रही है। फिर समस्या कहां है? असल में समस्या इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची और लाहौर जैसे शहरों में है। वहां लोग घबराहट में खरीदारी कर रहे हैं। भारत की जवाबी कार्रवाई से जिस तरह पाकिस्तान पस्त होता जा रहा है, उससे जनता को डर है कि अगर यह टकराव हफ्तेभर और चला तो कंगाली के कगार पर खड़ा मुल्क इसे बर्दाश्त नहीं कर पाएगा। पाकिस्तान में पहले ही दूध, घी, आटा, दाल, सब्जी, रसोई गैस, तेल आदि की कीमतें आसमान छू रही हैं। स्थिति सामान्य होने पर भी राहत मिलने के कोई संकेत नहीं हैं। उस सूरत में कीमतें बढ़ाने के लिए पाकिस्तान सरकार के पास नया बहाना होगा। शहबाज शरीफ तर्क देंगे कि बहुत धन खर्च हो गया, अब अवाम कुर्बानी दे! भारत में नकदी, खाद्यान्न, सब्जियों, मसालों, फलों, दवाइयों, ईंधन समेत किसी चीज की कोई कमी नहीं है। बाजारों में सभी चीजें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इस समय न तो भ्रामक संदेशों को शेयर करें और न ही उन पर विश्वास कर घबराहट में खरीदारी करें। जागरूक रहना और सूझबूझ से काम करना भी देशभक्ति है।