बिहार में सूर्योपासना के महापर्व छठ पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

बिहार में सूर्योपासना के महापर्व छठ पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

Lucknow, Nov 2 (UNI) Devotees offering prayers on the occasion of Chhathpuja festival at Gomti river in Lucknow on Saturday.uni photo PC-1U

पटना/वार्ता। बिहार में सूर्योपासना के महापर्व छठ के अवसर पर आज व्रतधारियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को नदी और तालाब में खड़े होकर प्रथम अर्घ्य अर्पित किया। गंगा नदी में हजारों महिला और पुरुष व्रतधारियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस अवसर पर लाखो लोगों ने पवित्र गंगा नदी में स्नान भी किया। शनिवार को दोपहर बाद से हीं गंगा नदी की ओर जाने वाले सभी मार्ग छठ व्रत एवं सूर्य आराधना के भक्तिपूर्ण एवं कर्णप्रिय गीतों से गुंजायमान थे।
पटना जिला प्रशासन ने गंगा नदी के घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं्। गंगा नदी में नावों के परिचालन पर भी कल दोपहर तक के लिए रोक लगा रखी है। छठ घाटों पर पटाखा छोड़ने पर भी प्रतिबंध है। छठव्रतियों के लिये गंगा घाटों को साफ-सुथरा किया गया है और विशेष रूप से सजाया भी गया है। इसके साथ ही गंगा नदी की ओर जाने वाले मार्गों पर तोरण द्वारा बनाये गये है और पूरे मार्ग को रंगीन बल्बों से सजाया गया है। सभी छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं्। घाटों पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं गोताखोरों को तैनात किया गया है। सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की नीयत रखने वाले असामाजिक तत्वों से निपटने की भी पूरी व्यवस्था गी गई है। नदियों में मोटर बोट से गश्ती की जा रही है।
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधानमंडल दल की नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद मीसा भारती समेत कई मंत्रियों एवं नेताओं ने लोगों को छठ की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री कुमार ने यहां एक अणे मार्ग आवास पर अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया। इसके बाद वह दानापुर में नासरीगंज घाट पहुंचे, फिर उन्होंने पटना के अलग-अलग घाटों का भी भ्रमण किया। मुख्यमंत्री ने कल भी राजधानी के लगभग सभी घाटों का खुद से निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया था।
वहीं, बिहार के औरंगाबाद जिले के ऐतिहासिक तथा धार्मिक स्थल देव के पवित्र सूर्यकुंड में आठ लाख से अधिक व्रतधारियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया गया। इस अवसर पर अत्यन्त आकर्षक ढंग से सजाये गये देव के त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में आज सुबह से ही भगवान भाष्कर के दर्शन के लिए व्रतधारियों तथा श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी। इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों तथा बिहार के कोने-कोने से आये लाखों श्रद्धालुओं और व्रतधारियों द्बारा गाये जा रहे कर्णप्रिय छठी मईया के गीतों से पूरा वातावरण गुंजायमान था।

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