'संपत्ति का बंटवारा': सैम पित्रोदा के बयान के बाद भाजपा-कांग्रेस में छिड़ी ज़ुबानी जंग
पित्रोदा के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा
फोटो: भाजपा और कांग्रेस के फेसबुक पेजों से
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। 'संपत्ति के बंटवारे' के बारे में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान पर विवाद शुरू हो गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने की ठान ली है। अब सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 प्रतिशत विरासत कर की वकालत कर रहे हैं।उन्होंने कहा, 'इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका 50 प्रतिशत छीन लिया जाएगा। 50 प्रतिशत, इसके अलावा हम जो भी टैक्स देते हैं, वह भी बढ़ जाएगा, अगर कांग्रेस जीतती है।'
सैम पित्रोदा के बयान के बाद 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर उनका नाम ट्रेंड होने लगा है, जहां लोगों ने कई तरह की प्रतिक्रियाएं दीं।
विवाद बढ़ता देख वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनियाभर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है। वे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।'
उन्होंने कहा, 'पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं, जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है।'
जयराम रमेश ने कहा, 'इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार वे ऐसा नहीं करते।'
उन्होंने कहा, 'अब उनकी (पित्रोदा) टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें सन्दर्भ से बाहर करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर और हताश प्रयास है; वह केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है।'