राहुल को ‘हराने’ के लिए जी-जान से जुटेगा वाम मोर्चा, उम्मीदवार का नाम वापस नहीं लेगी भाकपा
राहुल को ‘हराने’ के लिए जी-जान से जुटेगा वाम मोर्चा, उम्मीदवार का नाम वापस नहीं लेगी भाकपा
हैदराबाद/भाषा। भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने सोमवार को कहा कि केरल के वायनाड में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराने के लिए वाम मोर्चा सभी प्रयास करेगा और भाकपा उम्मीदवार को हटाने का सवाल ही नहीं उठता। कांग्रेस ने रविवार को घोषणा की कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अपने पारंपरिक गढ़ अमेठी के अलावा केरल की वायनाड लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने इस क्षेत्र से भाकपा के पीपी सुनीर को चुनाव मैदान में उतारा है। एलडीएफ में भाकपा दूसरी बड़ी घटक है। रेड्डी ने कहा, हम उनकी (राहुल गांधी की) उम्मीदवारी से चिंतित नहीं हैं। हम लड़ेंगे। इस चुनाव में हम उन्हें हराने के सभी प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि एलडीएफ उम्मीदवार के चुनाव प्रचार के लिए वह निजी तौर पर 10 अप्रैल को वायनाड का दौरा करेंगे।रेड्डी ने कहा, नाम वापस लेने (राहुल गांधी के समर्थन में) का कोई सवाल नहीं है। हम लड़ेंगे। इस सीट को जीतने के लिए हम पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को किसी और सीट का चुनाव करना चाहिए था, जहां भाजपा मजबूत है यानी कर्नाटक या कोई और राज्य।
उन्होंने दलील दी, यह मुकाबला कुछ अच्छा संकेत नहीं देने जा रहा है क्योंकि वाम मोर्चा भाजपा-विरोधी राष्ट्रव्यापी मंच के लिए प्रतिबद्ध है और इस मौके पर सबसे बड़े विपक्ष का नेता होने के नाते उन्हें (राहुल गांधी) भाकपा उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, राहुल गांधी के लिए यह अच्छा नहीं है क्योंकि समूचे देश में भाजपा विरोधी मोर्चा इस बात से चिंतित होगा कि वहां इस तरह का मुकाबला क्यों।
अमेठी में हार के डर से राहुल गांधी के वायनाड सीट से लड़ने की भाजपा की आलोचना पर रेड्डी ने जिक्र किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ चुके हैं और अमित शाह के नेतृत्व वाली पार्टी ऐसे मामलों में अलग-अलग तरह की दलीलें देती रहती है। उन्होंने कहा कि जहां तक राहुल गांधी के दूसरी सीट से लड़ने का संबंध है तो इससे लोग स्वाभाविक रूप से यही सोचेंगे कि वह अमेठी में जीत को लेकर आश्वस्त नहीं हैं।