मिशन शक्ति पर बोले जेटली- वैज्ञानिकों में थी क्षमता, पूर्व सरकारें नहीं थीं तैयार
मिशन शक्ति पर बोले जेटली- वैज्ञानिकों में थी क्षमता, पूर्व सरकारें नहीं थीं तैयार
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। ‘मिशन शक्ति’ की कामयाबी पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। उन्होंने इसे सुरक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम बताया है, जिससे भारत अंतरिक्ष में महाशक्ति बन गया है। उन्होंने इसे ऐतिहासिक दिन बताया, विशेष रूप से वैज्ञानिकों के लिए, जिनकी क्षमता की बदौलत भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है।
जेटली ने कहा कि बहुत समय पहले से देश के वैज्ञानिकों की इच्छा थी और उनका कहना था कि हमारे पास इस कार्य की क्षमता है, परंतु उस समय की सरकार हमें यह करने की इजाजत नहीं देती थी। केंद्रीय मंत्री ने वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए कहा कि यह भारत के लिए बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि हमें याद रहना चाहिए कि समय के साथ युद्ध करने के तरीके बदल बदल जाते हैं। हमें हर तरह की लड़ाई के लिए तैयारी करनी है। तैयारी ही हमारी सुरक्षा है।जेटली ने कहा कि सरकार के इस कदम का भाजपा अभिनंदन करती है। उन्होंने इस मिशन के अंतर्गत किए गए परीक्षण के लिए कहा कि यह किसी पर भी हमला करने के लिए नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जो अपनी नाकामियों के लिए अपनी पीठ थपथपाते हैं, उन्हें याद रहना चाहिए कि उनसे जुड़ी कहानियों के पदचिह्न बहुत लंबे हैं और कहीं न कहीं ये मिल ही जाते हैं।
जेटली ने बताया कि यह शत प्रतिशत भारतीय प्रयासों का परिणाम है। इसके हर पहलू का शोध और निर्माण देश में ही हुआ। इस मुद्दे को विपक्षी दलों द्वारा चुनाव आयोग के पास ले जाने पर उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट पहले से जारी था, जिसे होल्ड पर नहीं रखा जा सकता था। उन्होंने बताया कि यह कार्य 2014 से ही प्रधानमंत्री की अनुमति के बाद जारी था।
जेटली ने इस उपलब्धि को देश की शक्ति और शांति से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की ताकत के साथ न केवल देश की शक्ति बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र में शांति रखने में भी हमारी क्षमता में वृद्धि होगी। बता दें कि मिशन शक्ति के ऐलान के बाद विपक्ष के कई राजनेताओं ने डीआरडीओ को तो बधाई दी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने से नहीं चूके।
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