केंद्र सरकार किसानों की समस्याएं हल करने में कर्नाटक का सहयोग नहीं कर रही: डीके शिवकुमार
कहा- 'शुगर फैक्ट्री मालिक रो रहे हैं ... फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर हैं'
Photo: DKShivakumar.official FB Page
बेलगावी/दक्षिण भारत। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार किसानों की समस्याओं को हल करने में राज्य सरकार का सहयोग नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि जारी शीतकालीन सत्र में राज्य के ज्वलंत मुद्दों, खासकर किसानों पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने विपक्ष से फसल खरीद और क्षेत्रीय विकास को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए सरकार का साथ देने का आग्रह किया।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, 'हमें नहीं पता कि केंद्र इस मामले को सुलझाने में हमारे साथ सहयोग क्यों नहीं कर रहा है। हमें नहीं पता कि वह एमएसपी के तहत फसल खरीदने के लिए फंड क्यों जारी नहीं कर रहा है।'
शीतकालीन सत्र बेलगावी में चल रहा है। भाजपा ने किसानों के साथ हुए 'अन्याय' के खिलाफ मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
यह दोहराते हुए कि सत्र में इन चिंताओं पर सार्थक रूप से बात होनी चाहिए, उन्होंने कहा, 'हमारी इच्छा है कि केंद्र सरकार कित्तूर कर्नाटक और कल्याणा कर्नाटक क्षेत्रों के कल्याण के लिए फंड जारी करे। हमारा मानना है कि सत्र में इन मुद्दों पर चर्चा होगी।'
शिवकुमार ने भाजपा के प्रदर्शन के आह्वान की आलोचना की और सिंचाई एवं फसल खरीद पर निर्णायक कदम उठाने के मामले में पार्टी के रिकॉर्ड पर सवाल उठाया।
उन्होंने पूछा, 'क्या भाजपा ने कभी अपर कृष्णा प्रोजेक्ट, गन्ना और मक्का की खरीद जैसे पक्के फैसले लिए हैं, जैसे हमने लिए हैं?'
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य ने एक निश्चित मात्रा में मक्का खरीदने का फैसला किया है और चीनी इंडस्ट्री में संकट की गंभीरता पर ज़ोर दिया।
उन्होंने कहा, 'शुगर फैक्ट्री मालिक रो रहे हैं ... फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर हैं।' साथ ही, कहा कि सरकार खर्च मिलकर उठाने के लिए केंद्र पर दबाव डाल रही है।
उन्होंने कहा, 'एमएसपी कौन तय करता है? यह सिर्फ़ केंद्र ही करता है। पिछले 10 सालों से उन्होंने चीनी की कीमतें नहीं बढ़ाई हैं। वे फैक्ट्रियों को सपोर्ट करने का फैसला क्यों नहीं कर रहे हैं?'


