कर्नाटक में भाजपा ने विपक्ष के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियां छोड़ दी हैं: प्रियांक खरगे
खरगे ने मुद्दों पर चुप्पी साधने के लिए भाजपा पर तंज कसा
Photo: PriyankMKharge FB Page
बेलगावी/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने सोमवार को यहां होने वाले विधानसभा सत्र से पहले भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इसने विपक्ष के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियां छोड़ दी हैं और उसकी पूरी ध्यान केवल तुच्छ मुद्दों पर है।
सुवर्णा विधान सौधा के परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए खरगे ने उन मुद्दों पर चुप्पी साधने के लिए भाजपा पर तंज कसा, जो केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।कांग्रेस सरकार को इस सत्र में भाजपा द्वारा निशाना बनाए जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में खरगे ने कहा, 'उन्हें करने दीजिए। उन्होंने विपक्ष के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियां छोड़ दी हैं।'
उन्होंने कहा, 'मकई के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) केंद्र सरकार द्वारा दिया जाना था, लेकिन वे उसके बारे में नहीं पूछ रहे हैं। इसी तरह गन्ने के लिए एफआरपी (उचित और पारिश्रमिक मूल्य) केंद्र तय करता है।'
खरगे ने आगे दावा किया कि केंद्र सरकार पर कर्नाटक के प्रति भारी बकाया है, लेकिन इसके बजाय भाजपा अप्रासंगिक मुद्दे उठा रही है।
उन्होंने कहा, 'जल जीवन मिशन में वे राज्य सरकार के 13,000 करोड़ रुपए के देनदार हैं। वे (भाजपा) इस बारे में बात नहीं करने वाले। वे मनरेगा के लिए 15वें वित्त आयोग की आवंटित राशि के भी देनदार हैं, जो अभी तक नहीं मिली है। वे सिर्फ मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या और उनके उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की घड़ियों के बारे में ही बात करेंगे। यही कर्नाटक में विपक्ष की बौद्धिक क्षमता है।'


