जो देश कभी 2जी को लेकर संघर्ष करता था, आज उसके हर जिले में 5जी पहुंच चुका है: प्रधानमंत्री
मोदी ने 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025' का उद्घाटन किया
Photo: @NarendraModi YouTube Channel
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां यशोभूमि में 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अभी हमारे बहुत सारे स्टार्टअप्स ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने प्रजेंटेशन दिए हैं। ऐसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर प्रजेंटेशन को देखते हुए विश्वास गहरा होता है कि भारत का तकनीकी भविष्य सक्षम हाथों में है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आईएमसी का यह आयोजन अब सिर्फ मोबाइल या टेलीकॉम तक सीमित नहीं रहा है। सिर्फ कुछ वर्षों में आईएमसी का यह इवेंट एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच बन गया है। इस सफलता की कहानी को लिखा है भारत के टेक-सेवी माइंड सेट ने, इसे लीड किया है हमारे युवाओं ने और इसे गति दी है हमारे इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स ने।प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडिया मोबाइल कांग्रेस और टेलीकॉम सेक्टर में भारत की सफलता आत्मनिर्भर भारत के विजन की ताकत को बताती है। जो देश कभी 2जी को लेकर संघर्ष करता था, आज उसी देश के लगभग हर जिले में 5जी पहुंच चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैंने मेक इन इंडिया की बात की थी, तो कुछ लोग इसका मजाक उड़ाते थे। शक और संदेह में जीने वाले लोग कहते थे कि भारत टेक्नोलॉजी के लिए एडवांस्ड चीजें कैसे बनाएगा? क्योंकि, उनके दौर में नई टेक्नोलॉजी को भारत तक आने में कई दशक लग जाते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने उसका जवाब दिया। अभी हाल में एक बड़ी स्मार्टफोन कंपनी का डेटा सामने आया है। आज 45 भारतीय कंपनियां उस एक बड़ी कंपनी की सप्लाई चेन से जुड़ी हैं। इससे करीब 3.50 लाख रोजगार देश में पैदा हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन साल 2014 की तुलना में 6 गुना बढ़ चुका है। मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग में 28 गुना और निर्यात में 127 गुना की वृद्धि हुई है। पिछले एक दशक में मोबाइल फोन विनिर्माण क्षेत्र ने लाखों प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले ही 15 अगस्त को मैंने लाल किले से घोषणा की थी कि यह साल बड़े बदलावों के, बड़े रिफॉर्म्स का साल है। हम रिफॉर्म्स की गति बढ़ा रहे हैं। इसलिए हमारी इंडस्ट्री और इनोवेटर्स का दायित्व भी बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनी स्पीड और जोखिम लेने की क्षमता से स्टार्टअप्स नए रास्ते और नए अवसर बना रहे हैं। मुझे यह देखकर खुशी है कि आईएमसी ने भी इस साल 500 से ज्यादा स्टार्टअप्स को बुलाकर उन्हें इनोवेटर्स और ग्लोबल मेन्टॉर्स के साथ जुड़ने का मौका दिया है।


