सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति स्वस्थ होता है: साध्वीश्री पुण्ययशा
'स्वास्थ्य की चाबी आपके हाथ’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया
साध्वी पुण्ययशाजी ने प्रेक्षाध्यान को उत्तम स्वास्थ्य का प्रयोग बताया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। स्थानीय तेरापंथ महिला मंडल राजराजेश्वरीनगर द्वारा प्रेक्षाध्यान कल्याण वर्ष के अंतर्गत 'स्वास्थ्य की चाबी आपके हाथ’ विषय पर साध्वी पुण्ययशा जी के सान्निध्य में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू बोथरा ने सभी का स्वागत किया। साध्वी बोधिप्रभा जी ने कहा कि शास्त्रों में स्वस्थ जीवन जीने के लिए वर्तान में जीना, अतीत का चिंतन एवं वर्तमान की कल्पना से दुखी नहीं होना चाहिए। सकारात्मक चिंतन शैली, दुख में सुख एवं सुख में दुख निकालना अपने हाथ में है। अनागृह, अनासक्त भावना का विकास एवं आवेश पर नियंत्रण रखना। अपने स्वास्थ्य की चाबी अपने हाथ में रखनी चाहिए।साध्वी पुण्ययशाजी ने प्रेक्षाध्यान को उत्तम स्वास्थ्य का प्रयोग बताया। उन्होंने सभी को पवित्र विचारों से जोड़ते हुए ध्यान का प्रयोग करवाया। भोजन का संतुलन एवं मन की शांति को स्वास्थ्य की चाबी बताई। अच्छी भूख, अच्छी नींद और जिसकी सोच सकारात्मक हो वह स्वस्थ व्यक्ति है। भावनात्मक रूप से जिसके क्रोध, आवेग आवेश शांत हो वह व्यक्ति स्वस्थ है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए ध्यान एवं मंत्र के प्रयोग भी बतलाए।
उन्होंने बेमेल भोजन के बारे में भी जानकारी दी। मंडल की सदस्याओं द्वारा खानपान विषय पर एक रोचक प्रस्तुति दी गई। कार्यशाला का संचालन संयोजिका श्वेता कोठारी ने किया। मंत्री वंदना भंसाली ने धन्यवाद दिया।


