टीबी, मधुमेह, बीपी, कुपोषण, कार्डियक अरेस्ट के इलाज लिए कर्नाटक सरकार ने कीं ये बजट घोषणाएं
टीबी का पता लगाने के लिए 20 हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीनों के लिए 3 करोड़ रुपए
सभी जिला अस्पतालों में सीटी और एमआरआई स्कैनिंग सुविधा शुरू की जाएगी
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कर्नाटक के बजट 2023-24 में सामुदायिक स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए कई घोषणाएं की हैं। इनके लिए करोड़ों रुपए आवंटित किए जाएंगे। इन घोषणाओं में टीबी जांच, कुपोषण दूर करने, कार्डियक अरेस्ट से बचाव के अलावा प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के रखरखाव के प्रावधान शामिल हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए पहल- टीबी का पता लगाने के लिए 20 हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीनों के लिए 3 करोड़ रुपए।
- मधुमेह और रक्तचाप जांच शिविर के साथ-साथ घर-घर दवाओं का वितरण - 8 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट लागू किया जाएगा।
- सभी उम्र की लड़कियों और महिलाओं में एनीमिया और कुपोषण दूर करने के लिए कार्यक्रम। इसके लिए 25 करोड़ रुपए आवंटित।
- सभी जिला अस्पतालों में सीटी और एमआरआई स्कैनिंग सुविधा शुरू की जाएगी।
- कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जिला और तालुका अस्पतालों में कर्नाटक रत्न डॉ. पुनीथ राजकुमार की स्मृति में स्वचालित बाहरी डिफिब्रिलेटर स्थापित किए जाएंगे।
- सभी जिला और तालुका अस्पतालों को सिंगल यूज डायलाइज़र मुहैया कराने के लिए 92 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। डायलिसिस केंद्र 173 से बढ़ाकर 219 किए जाएंगे।
- बेंगलूरु मेडिकल कॉलेज और रिसर्च इंस्टीट्यूट में पूरी तरह से स्वचालित और केंद्रीकृत रक्त बैंक प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने के लिए 5 करोड़ रुपए।
शिक्षा
- कक्षा एक से 10 तक के सभी बच्चों को सप्ताह में दो बार पूरक पोषाहार दिया जाएगा। 60 लाख बच्चों के लिए 280 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के रखरखाव के लिए वार्षिक धनराशि 45,000 रुपए तक बढ़ाई गई। इसके लिए 153 करोड़ रुपए आवंटित।
- पढ़ाई में पिछड़ रहे 33 लाख स्कूली बच्चों की लर्निंग स्किल सुधारने के लिए 80 करोड़ रुपए। हाई स्कूल परीक्षा की तैयारी के लिए 1.5 लाख हाई स्कूल के बच्चों के लिए कोचिंग।
- सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में सभी पीएचडी प्रवेश और निजी विश्वविद्यालयों की 40 प्रतिशत सीटों के लिए सामान्य काउंसलिंग।