केजरीवाल का 'महल' उस समय रेनोवेट हो रहा था, जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा था: भाजपा
संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया

'अरविंद केजरीवाल मरीजों को बेड नहीं दे पा रहे थे, क्योंकि वो अपने महल के रेनोवेशन में व्यस्त थे'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज अखबारों में जो सुर्खियां छपी हैं, वे केवल एक 'महाराज' और उनके 'महल' के रेनोवेशन की कहानी नहीं है, बल्कि यह महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। 'कुछ नहीं लूंगा' से 'सबकुछ लूट लूंगा, कुछ नहीं छोडूंगा' ... यह उस महाराज में आए परिवर्तन की कहानी है।
पात्रा ने कहा कि मीडिया ने बताया है कि 45 करोड़ रुपए खर्च कर महाराज के महल का रेनोवेशन किया गया है। आठ-आठ लाख रुपए के पर्दे लगाए गए हैं। ये वो लोग हैं, जो शपथ लेने के लिए आए थे तो ऑटो में लटक कर आए थे। कहते थे कि हम गाड़ी नहीं लेंगे, घर नहीं लेंगे। एक करोड़ 15 लाख रुपए से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है और यह मार्बल भी वियतनाम से मंगवाया गया है।पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का यह 'महल' उस समय रेनोवेट हो रहा था, जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा था। अब समझ में आ रहा है कि ऑक्सीजन के टैंकर क्यों अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहे थे। अरविंद केजरीवाल मरीजों को बेड नहीं दे पा रहे थे, क्योंकि वो अपने महल के रेनोवेशन में व्यस्त थे। यह इनकी विलासता की कहानी है।
पात्रा ने कहा कि हमें ज्ञात हुआ है कि अपने खिलाफ आईं इन खबरों को न छापने के बदले अरविंद केजरीवाल ने अखबारों और मीडिया को 20 से 50 करोड़ रुपए देने की बात कही है, लेकिन हम धन्यवाद देते हैं मीडिया के अपने साथियों का, जिन्होंने पूरी मुखरता के साथ इसे छापा। यह अरविंद केजरीवाल और उनके भ्रष्टाचार की कहानी है। जनता इसे देखे और 'महाराज' को पहचाने।
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