प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है तो 'सशक्त व समर्थ भारत' की आवाज़ भी सुनाई देती है: मोदी
प्रधानमंत्री ने इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया
'स्वदेशो भुवनत्रयम्' अर्थात् हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है
इंदौर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित प्रत्येक प्रवासी भारतीय ने अपने-अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। मुझे खुशी है कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन मध्य प्रदेश में किया जा रहा है, जिसे 'भारत का हृदय' भी कहा जाता है।
मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। हाल में, हमने भगवान महाकाल के मंदिर में पुनर्विकास कार्य का उद्घाटन किया है, और मैं आप में से हर एक से अपेक्षा करता हूं कि मंदिर की यात्रा करें और महादेव से आशीर्वाद लें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं चाहता हूं कि आप सभी इंदौर में भोजन का आनंद लें, एक ऐसा शहर जो नमकीन से लेकर पोहा तक के व्यंजनों के लिए जाना जाता है; यहाँ सब कुछ एक अविस्मरणीय स्वाद है। छप्पन दुकान अत्यधिक प्रसिद्ध है और सराफा बाजार विश्व प्रसिद्ध स्थल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कुछ महीने पहले भारत की आजादी के 75 साल मनाए थे। हमारे स्वतंत्रता संग्राम को प्रदर्शित करने वाली डिजिटल प्रदर्शनी यहां आयोजित की गई है और यह गौरवशाली युग को फिर से आप सबके सामने लाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'स्वदेशो भुवनत्रयम्' अर्थात् हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र अगले 25 वर्षों के 'अमृत काल' में प्रवेश कर चुका है और हमारे प्रवासी भारतीय समुदाय को वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के ब्रांड एंबेसडर के रूप में आपकी भूमिकाएं विविध हैं। आप सभी 'मेक इन इंडिया', योग, कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प के साथ-साथ भारतीय बाजार के ब्रांड एंबेसडर हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं, तो 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साक्षात् दर्शन होते हैं। दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रांतों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सुखद अहसास होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो लोकतंत्र की जननी होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है, तो उसे 'सशक्त और समर्थ भारत' की आवाज़ भी सुनाई देती है।
आप सभी भारत के बारे में अधिक जानने की दुनिया की इच्छा को संबोधित करेंगे। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत द्वारा हासिल किए गए अभूतपूर्व विकास के लिए पूरी दुनिया उत्सुकता से भारत की ओर देख रही है।
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