बेंगलूरु: कोरोना जांच के नाम पर बीबीएमपी कर्मचारियों की ‘गुंडागर्दी’
बेंगलूरु: कोरोना जांच के नाम पर बीबीएमपी कर्मचारियों की ‘गुंडागर्दी’
वायरल वीडियो में दिखी करतूत, आमजन के साथ कर रहे मारपीट
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। क्या कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जनता के साथ मारपीट करके जीती जा सकती है? नहीं, लेकिन इन दिनों बीबीएमपी के कुछ कर्मचारी यही कर कर रहे हैं। वे आरटी पीसीआर टेस्ट के नाम पर राहगीरों के साथ हाथापाई कर ‘गुंडागर्दी’ पर उतर आए हैं। घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, बीबीएमपी के कर्मचारी आमजन से कोरोना टेस्ट का सेंपल देने के लिए कह रहे हैं, लेकिन उनका तरीका बहुत आपत्तिजनक है। वीडियो में देखा गया कि एक युवक पर कर्मचारी बिल्कुल हावी होने की कोशिश करते हुए उसे धक्का मारता है।युवक बेबस महसूस करता हुआ अपना बचाव करता है, लेकिन संबंधित कर्मचारी पर इसका कोई असर नहीं होता। वह उसे दबोचते हुए फिर धक्का मारता है। वह फिर उस पर हावी होने की कोशिश करता है।
आमजन से ऐसा बर्ताव क्यों?
इसी प्रकार दूसरे वीडियो में कर्मचारी एक युवक के साथ उलझता दिखाई देता है। वह युवक भी अपने बचाव की कोशिश करता है, लेकिन कर्मचारी लगातार उस पर काबू पाने की कोशिश में जुटा रहता है। कर्मचारी के हावभाव से लग ही नहीं रहा कि उसे अपने किए का कोई पछतावा है।
तभी एक और कर्मचारी आकर वहां मौजूद दूसरे युवक से उलझने की कोशिश करता है। वह उसे धक्का मारता है। युवक इसका विरोध करता है लेकिन कर्मचारी उसकी बात अनसुनी कर देता है। उधर, पहले युवक पर दो कर्मचारी झपटते हैं। वे उसके साथ बदसलूकी करते हुए उसे धकेलते हैं।
इस दौरान एक कर्मचारी मर्यादा पार करता हुआ युवक के साथ मारपीट शुरू कर देता है। वह बलपूर्वक उसका हाथ मरोड़ता है और उसकी पिटाई करते हुए नीचे पटक देता है।
बेबस जनता
तीसरे वीडियो में दो कर्मचारी एक युवक के साथ बहस करते दिखाई देते हैं। वे उसे धक्का मारते हैं। युवक किसी तरह अपना बचाव करने की कोशिश करता है लेकिन कर्मचारियों का रवैया नहीं बदलता। कर्मचारी उसे फिर धक्का मारने की कोशिश करता है।
अमर्यादित रवैया
वीडियो देखकर लगता है कि इन कर्मचारियों को कोई खौफ नहीं है। उनका रवैया किसी भी तरह मर्यादित नजर नहीं आता। वीडियो में आम लोग सिर्फ अपना बचाव करने की कोशिश करते हैं लेकिन कर्मचारी मनमानी करने को आतुर दिखते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि ‘क्या ऐसी हरकतों से महामारी के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं होगी?
जनप्रतिनिधियों तक पहुंचा मामला
मामला सोशल मीडिया पर आया तो लोगों ने सांसद पीसी मोहन और तेजस्वी सूर्या को उक्त कर्मचारियों की गुंडागर्दी से अवगत कराया। इसके बाद दोनों ने पालिका के आला अधिकारियों से बात कर घटना पर कार्रवाई के लिए कहा है।
कुछ सामाजिक संगठनों ने भी घटना पर आक्रोश व्यक्त किया और बीबीएमपी के उच्चाधिकारियों से ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि दोपहर तक बीबीएमपी हरकत में आई। सूत्रों के अनुसार, युवक की पिटाई करते नजर आ रहे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
We regret the incident at Nagarathpet testing booth. There is no question of forceful testing.
We condemn any physical altercation that has happened. Enquiry would be conducted to find out what led to this, who is responsible, and also to prevent any such recurrence.— Gaurav Gupta,IAS (@BBMPCOMM) May 24, 2021
इनका कहना है
घटना पर ट्वीट करते हुए बीबीएमपी आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा, ‘नागरथपेट परीक्षण बूथ पर हुई घटना पर हमें खेद है। जबरदस्ती परीक्षण का कोई सवाल ही नहीं है। हम यहां हुई किसी भी मारपीट की निंदा करते हैं। इसकी क्या वजह है, कौन जिम्मेदार है, का पता लगाने के लिए भी और इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए जांच की जाएगी।’