उप्र: बड़े-बड़े दावे धराशायी, ओवैसी की पार्टी को मिले आधा प्रतिशत से भी कम वोट!
राज्य में नोटा के खाते में 0.69 प्रतिशत वोट आए हैं
लखनऊ/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान विवादित भाषणों से सुर्खियां बटोरने वाले एआईएमआईएम प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी के दावे धराशायी हो गए। उनकी पार्टी को उप्र में आधा प्रतिशत वोट भी नहीं मिला।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, ओवैसी की पार्टी सिर्फ 0.49 प्रतिशत वोट हासिल कर पाई है। वहीं, राज्य में नोटा के खाते में 0.69 प्रतिशत वोट आए हैं। इसका मतलब है कि एआईएमआईएम से ज्यादा वोट नोटा को मिले हैं।एआईएमआईएम के ज्यादातर प्रत्याशी 5,000 वोट भी नहीं पा सके। उप्र की जनता ने उन्हें नकार दिया। कुछ मुस्लिम बाहुल्य सीटों की बात करें तो वहां भी एआईएमआईएम कमाल नहीं दिखा पाई।
आजमगढ़ से एआईएमआईएम के उम्मीदवार कमर कमाल सिर्फ 5,532 वोट ले पाए। देवबंद से उमैर मदनी 3,501 वोट, जौनपुर से अभयराज 6,228 वोट, कानपुर कैंट से मुइनुददीन 1,112 वोट, लखनऊ मध्य से सलमान 623 वोट, मुरादाबाद से नगर से मो. दानिश 259 वोट, मेरठ से इमरान अहमद 3,038 वोट, मुरादाबाद ग्रामीण से मोहीद फरगनी को 2,380 वोट मिले हैं।
सोशल मीडिया पर एआईएमआईएम को लेकर मीम्स शेयर किए जा रहे हैं, जिनमें दावा किया गया है कि इस पार्टी ने सपा और बसपा के वोटों में सेंध लगाकर इन्हें नुकसान पहुंचाया है।