तपोवन सुरंग से दो शव बरामद, कुल मृतक संख्या 40 पहुंची

तपोवन सुरंग से दो शव बरामद, कुल मृतक संख्या 40 पहुंची

तपोवन सुरंग से दो शव बरामद, कुल मृतक संख्या 40 पहुंची

प्रतीकात्मक चित्र। फोटो स्रोत: PixaBay

देहरादून/तपोवन/भाषा। उत्तराखंड की आपदाग्रस्त तपोवन सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान के आठवें दिन रविवार को तड़के दो शव बरामद हो गए। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि सुरंग के अंदर से तड़के दो शव बरामद हुए हैं।

Dakshin Bharat at Google News
पिछले एक सप्ताह से सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से सुरंग में चलाए जा रहे बचाव अभियान के दौरान ये शव बरामद हुए हैं।

एनटीपीसी के 520 मेगावाट तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की इस सुरंग में आपदा के समय काम कर रहे 25-35 लोग फंसे हुए हैं।

रविवार तड़के मिले दोनों शवों की पहचान हो गयी है जिनमें से एक टिहरी जिले के नरेंद्रनगर के रहने वाले आलम सिंह तथा दूसरा देहरादून के कालसी के रहने वाले अनिल का है।

सात फरवरी को चमोली की ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ में आपदा ग्रस्त स्थानों से अब तक 40 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 164 अन्य लोग अभी लापता हैं । इन लापता लोगों में तपोवन सुरंग में फंसे लोग भी शामिल हैं।

सात फरवरी को चमोली की ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ से 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना पूरी तरह तबाह हो गई जबकि तपोवन विष्णुगाड परियोजना को भारी क्षति पहुंची है।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

संसेरा इंजीनियरिंग ने डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज के साथ एमओयू किया संसेरा इंजीनियरिंग ने डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज के साथ एमओयू किया
डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज मशहूर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग फर्म है
डीके शिवकुमार ने अधिकारियों को दी चेतावनी, गड्ढे नहीं भरे तो होगी सख्त कार्रवाई
आरजी कर मामले में ममता सरकार से नाराज तृणकां के ये सांसद देंगे इस्तीफा, छोड़ेंगे राजनीति!
जम्मू-कश्मीर: भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की छठी सूची जारी की
इजराइली बमबारी से दहले लेबनान के सीमावर्ती इलाके
'प्रमुख वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए अमेरिका करना चाहता है भारत के साथ काम'
भयंकर सूखा, फसलें तबाह, भुखमरी का साया ... इस अफ्रीकी देश के लिए भारत मददगार बनकर आया