मायावती के फैसले ने बढ़ाई कांग्रेस की उलझन, पर गठबंधन की नहीं छोड़ी उम्मीद
मायावती के फैसले ने बढ़ाई कांग्रेस की उलझन, पर गठबंधन की नहीं छोड़ी उम्मीद
भोपाल/वार्ता। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ उसके साथ गठबंधन के प्रति आशान्वित हैं। कमलनाथ ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा कि बसपा के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है। दिल्ली में भी इस संबंध में चर्चा हुई है।
उन्होंने कहा, वे चाहते हैं कि प्रदेश में मतों के बिखराव का फायदा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को नहीं मिले। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी सर्वे करवा रही है। सर्वे के आधार पर ही टिकट दिए जाएंगे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान कि एससी-एसटी एक्ट में बिना जांच गिरफ्तारी नहीं होगी, पर प्रतिक्रिया देते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री कानून से ऊपर नहीं हैं। पत्रकार वार्ता में मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विख्यात वकील कपिल सिब्बल ने भी सवाल किया कि क्या बयान से कानून बदल सकता है। यह सिर्फ बयान है।
बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को झटका देते हुए अजीत जोगी की पार्टी से गठबंधन कर लिया और उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी बताया। इससे कांग्रेस द्वारा भावी महागठबंधन की संभावनाएं धुंधली हो गईं। मायावती ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी किसी गठबंधन का संकेत नहीं दिया। यहां बसपा स्वयं के बूते चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। कांग्रेस के लिए उनका फैसला काफी मुश्किल भरा हो सकता है, क्योंकि विश्लेषकों की मानें तो इससे उसके वोटों का बंटवारा होगा।
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