मप्र: मोहन सरकार ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री पर रोक लगाई
नमूनों में जहरीला रसायन मिलने की खबर है
Photo: DrMohanYadav51 FB Page
भोपाल/दक्षिण भारत। मध्य प्रदेश सरकार ने छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत के बाद कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। अधिकारियों ने बताया कि दवा के नमूनों में अत्यधिक जहरीला पदार्थ पाया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने छह राज्यों में कफ सिरप और एंटीबायोटिक दवाओं सहित 19 दवाओं की विनिर्माण इकाइयों में जोखिम-आधारित निरीक्षण भी शुरू किया है।अधिकारियों ने यहां बताया कि चेन्नई स्थित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में सरकारी औषधि विश्लेषक द्वारा जांचे गए सिरप के नमूने को तमिलनाडु औषधि नियंत्रण निदेशालय ने 'मानक गुणवत्ता का नहीं' घोषित किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने यह कार्रवाई छिंदवाड़ा जिले में संदिग्ध किडनी फेल होने से 14 बच्चों की मौत के बाद की है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 10 मौतें 7 सितंबर से अब तक परासिया अनुमंडल में हुई हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में मौतों को 'अत्यंत दु:खद' बताया और कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दु:खद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया है। सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा था। आज सुबह जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया है।'
मोहन यादव ने कहा, 'बच्चों की दु:खद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।'


