जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश: भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान जारी
अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है
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जम्मू/श्रीनगर/दक्षिण भारत। जम्मू-कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे दिन मूसलाधार बारिश जारी रहने के कारण हजारों लोगों को निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकाला गया।
अधिकारियों ने बताया कि माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल मार्ग पर अर्धकुंवारी के निकट बचाव अभियान अभी भी जारी है, जहां मंगलवार को भूस्खलन हुआ था, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 21 अन्य घायल हो गए थे।हालांकि ताजा रिपोर्टों के अनुसार, अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है।
किश्तवाड़ जिले के सुदूर मार्गी इलाके में अचानक आई बाढ़ में 10 आवासीय मकान और एक पुल बह गया था।
अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले के बाढ़ग्रस्त लखनपुर गांव में 12 से ज्यादा अर्धसैनिक बल के जवान भी फंस गए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में जम्मू क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश जारी रही और तवी, चिनाब, उज्ह, रावी और बसंतर सहित लगभग सभी जल निकाय खतरे के स्तर से कई फुट ऊपर बह रहे हैं।
कश्मीर घाटी में भी रात भर भारी बारिश हुई, जहां मुख्य झेलम नदी अनंतनाग जिले के संगम में बाढ़-चेतावनी के 21 फीट के निशान को पार कर गई और बुधवार सुबह श्रीनगर के राम मुंशी बाग में बाढ़-चेतावनी के 18 फीट के निशान से केवल दो फीट नीचे थी।
जम्मू-कश्मीर में निचले बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, विशेषकर नदी तटों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में जलाशयों के उफान पर आने और अचानक आई बाढ़ के कारण कई प्रमुख पुलों, घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।


