जीतो महिलाओं ने 'सात्विक सीक्रेट्स' कार्यशाला से जाने खानपान के अनेक रहस्य
प्राचीन जैन परंपराओं और आधुनिक न्यूट्रिशन साइंस के बारे में जानकारी दी गई
भोजन केवल पेट भरने का साधन नहीं होता
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। जीतो साउथ लेडीज विंग ने सात्विक सीक्रेटस नामक एक विशेष और इंटरैक्टिव कार्यशाला का आयोजन सुराणा कॉलेज में किया, जिसमें 150 से अधिक सदस्याओं ने भाग लिया। इसका उद्देश्य प्राचीन जैन परंपराओं को आधुनिक न्यूट्रिशन साइंस के साथ जोड़ते हुए सही भोजन करने की कला को सरल तरीके से सिखाना था।
जेआईआईएफ एवं जे प्वाइंट की अपेक्स संयोजिका अनीता पिरगल, श्रमण आरोग्यम अपेक्स संयोजिका सुनीता गांधी और पहचान की अपेक्स संयोजिका मोनिका सुराणा द्वारा पौधा रोपण किया गया।चेयरपर्सन बबीता रायसोनी ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने आगे कहा कि भोजन केवल पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि यह हमारी ऊर्जा, हमारे मूड और हमारी पूरी जीवनशैली की बुनियाद है।
संयोजिका कविता मूथा ने प्रशिक्षिका हेल्थ कोच, मोटिवेशनल स्पीकर और सेलिब्रिटी शेफ निधि नाहटा का परिचय दिया। निधि नाहटा ने कहा कि पान के पत्ते उत्कृष्ट प्राकृतिक क्लेंजर है।
उन्होंने पालक, सहजन, सोआ के पत्ते, करी पत्ते जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां, पका हुआ केला, पपीता, अनानास, चीकू, एवोकाडो, आंवला जैसे फल, चिया सीड्स, सब्जा, ताजी हल्दी, संतरे का छिलके से बनने वाले पेय की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने 30 मिनट व्यायाम व वॉक के बारे में बताया।
कार्यशाला में उपाध्यक्ष लता बोहरा, नीलम सांड, कोषाध्यक्ष संगीता पारख, संयुक्त सचिव चंद्रा जैन और प्रबंध समिति सदस्य संगीता सियाल, प्रिया गांधी, रेखा किशोर, हो सोलंकी, रेखा विनोद, निशा कोठारी और सोना सिसोदिया आदि सदस्याएं उपस्थित थीं।


