आपके द्वारा किया गया कर्म ही आपका साथ देगा: संतश्री ज्ञानमुनि
'जो करोगे उसका फल आपको जरूर मिलेगा'
'हमें अंत समय को सुधारने का प्रयत्न करना चाहिए'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के यलहंका स्थित सुतिनाथ सकल जैन संघ के तत्वावधान में चातुर्मासार्थ विराजित संतश्री ज्ञानमुनिजी ने सोवार को कहा कि समय के साथ आपकी काया का गुलाबी रंग उड़ जाएगा। जब बुढ़ापा आएगा तो कोई साथ देने वाला नहीं मिलेगा। संसार का यही नियम है।
पास में पैसा है तो दुनिया नाचती है, लेकिन पैसा नहीं है तो पड़सौ का सगा भाई भी नहीं पूछता है। कोई आपका संसार में नहीं है, यह जानना बहुत जरूरी है। आपके द्वारा किया गया कर्म ही आपका साथ देगा। आपका अच्छा कार्य ही आपके साथ रहेगा। यह पांच तत्व की काया एक दिन मिट्टी में मिल जाएगी। जब मौत पास आएगी तो बहुत पछताना होगा। इसलिए अभी अपने अकल से काम लें।मुनिश्री ने कहा कि आपको आपके किए हुए कार्यों का फल ही मिलेगा। सुख में सभी आपके साथ जाएंगे। जो करोगे उसका फल आपको जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह पांच तत्व का शरीर एक दिन मिट्टी में ही मिलेगा, इसलिए इसको संभालने और संवारने में अपना जीवन व्यर्थ नहीं करना चाहिए।
इसमें जीवन व्यर्थ किया तो जीवन में कुछ हासिल नहीं होगा। हमें अंत समय को सुधारने का प्रयत्न करना चाहिए। जीवन का नाम ही परिवर्तन है। लेकिन हम समझ नहीं पाते हैं। सेवा करने वाले को मेवा जरूर मिलता है। सेवा करने का मौका मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए। अपना फल, अपनी करनी अपनी है।
आचार्यश्री शोभाचंद जी की पुण्यतिथि व आचार्यश्री आनंद ऋषि जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और उनके जीवन गाथा की महिमा सुनाई गई। सभा का संचालन महामंत्री मनोहरलाल लुंकड़ ने किया।


