महादयी परियोजना पर गोवा के मुख्यमंत्री की टिप्पणी कर्नाटक के लोगों का अपमान है: सिद्दरामय्या
कहा- 'यह एक जीवन रेखा है, कोई सौदेबाज़ी की चीज़ नहीं'
Photo: Siddaramaiah.Official FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने गोवा के अपने समकक्ष प्रमोद सावंत पर राज्य के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा, 'महादयी परियोजना पर गोवा के मुख्यमंत्री की टिप्पणी कर्नाटक के लोगों का अपमान है। केंद्र सरकार ने आधिकारिक तौर पर कोई चिंता क्यों नहीं जताई?'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'क्या भाजपा के शासन में संघवाद इसी तरह काम करता है? पीठ पीछे ध्वंस, चुप्पी और विश्वासघात? कन्नड़ लोगों ने क्या गुनाह किया है? क्या हमें भाजपा के आगे आत्मसमर्पण न करने की सज़ा मिल रही है?'सिद्दरामय्या ने कहा, 'महादयी लग्जरी या बर्बादी के लिए नहीं है, यह उत्तरी कर्नाटक की पेयजल जरूरत के लिए है। दशकों से, हमारे लोग इन्साफ का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन कर्नाटक में भाजपा और जनता दल (एस) के नेताओं में बोलने की हिम्मत नहीं है। उनकी आज की खामोशी कल याद रखी जाएगी।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'वर्ष 2018 के ट्रिब्यूनल के फैसले में, हमें 13.42 टीएमसी पानी आवंटित किए जाने के बावजूद, केंद्र, गोवा की भाजपा सरकार के साथ मिलकर, हमारी उचित परियोजना के कार्यान्वयन को रोक रहा है।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'यह परियोजना बेलगावी, धारवाड़, गदग, बागलकोट और आस-पास के क्षेत्रों के 40 लाख से ज़्यादा लोगों की प्यास बुझाएगी। यह एक जीवन रेखा है, कोई सौदेबाज़ी की चीज़ नहीं है।'
सिद्दरामय्या ने कहा, 'हम कानूनी, राजनीतिक और नैतिक रूप से तब तक लड़ेंगे, जब तक कर्नाटक को उसका उचित हिस्सा नहीं मिल जाता।'


