भारत और अमेरिका ने व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत की योजना की घोषणा की
मोदी और ट्रंप के बीच बैठक में व्यापार और टैरिफ से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई

Photo: @narendramodi X account
वॉशिंगटन/दक्षिण भारत। भारत और अमेरिका ने इस साल तक पारस्परिक रूप से लाभकारी महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने पर सहमति जताई और साल 2030 तक वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच बैठक में व्यापार और टैरिफ से संबंधित मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा हुई। यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अमेरिका के सभी व्यापारिक साझेदारों के लिए नई पारस्परिक टैरिफ नीति की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद हुई।मोदी के साथ संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में ट्रंप ने घोषणा की कि वे और मोदी एक समझौते पर सहमत हुए हैं, जिससे भारत को अमेरिका से अधिक तेल और गैस आयात करने में सुविधा होगी, जिससे नई दिल्ली के साथ वॉशिंगटन का व्यापार घाटा कम होगा।
President Trump often talks about MAGA.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2025
In India, we are working towards a Viksit Bharat, which in American context translates into MIGA.
And together, the India-USA have a MEGA partnership for prosperity!@POTUS @realDonaldTrump pic.twitter.com/i7WzVrxKtv
पिछले साल भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 130 बिलियन अमेरिकी डॉलर था और वर्तमान में अमेरिका का व्यापार घाटा लगभग 45 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
अधिकारियों के अनुसार, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए पारस्परिक प्रतिबद्धता प्रदर्शित की।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बाजार पहुंच के संबंध में दोनों पक्षों की चिंताओं और भारत तथा अमेरिका जैसे देशों में खपत का लाभ उठाने वाली अधिक क्षमता वाले 'अन्य क्षेत्रों' से उत्पन्न चिंताओं पर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने समग्र परिप्रेक्ष्य में इन मुद्दों के समाधान के तरीकों और साधनों पर चर्चा की तथा टीमों को इन चिंताओं के समाधान के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर मिलकर काम करने का निर्देश दिया।
टैरिफ के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा, 'भारत जो भी शुल्क लेगा, हम भी वही शुल्क लेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'हम भारत के साथ पारस्परिक व्यवहार कर रहे हैं।'