विमलनाथ जिनालय दादावाड़ी में विधि-विधान से हुआ वार्षिक ध्वजारोहण
महिलाओं ने शाेभायात्रा के साथ सिर पर नूतन ध्वजा लेकर संताें के साथ मंदिर में प्रवेश किया

दादावाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष तेजराज मालानी ने सभी का स्वागत किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के विमलनाथ जिनालय, यंत्र मंदिर एवं श्री जिनकुशलसूरी जैन दादावाड़ी बसवनगुड़ी में 20वां अमरध्वजाराेहण मुनिश्री मलयप्रभसागरजी व साध्वीश्री प्रियस्वर्णांजनाश्रीजी की निश्रा में सम्पन्न हुआ।
परमात्मा की अमर ध्वजा के लाभार्थी संघवी तेजराज, कुशलराज गुलेच्छा परिवार की महिलाओं ने शाेभायात्रा के साथ सिर पर नूतन ध्वजा लेकर संताें के साथ मंदिर में प्रवेश किया। दादावाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष तेजराज मालानी ने सभी का स्वागत किया।महामंत्री कुशलराज गुलेच्छा ने कहा कि गत वर्ष ध्वजाराेहण कार्यक्रम में इस जिनालय के प्रतिष्ठाचार्य गच्छाधिपतिजी गुरुदेश्री मणिप्रभसागरजी स्वयं उपस्थित थे और इस वर्ष भी इनके शिष्यश्री मलयप्रभसागरजी, मुकुलप्रभसागरजी और साध्वियां उपस्थित है।
मुनिश्री ने सत्तरभेदी पूजा में नवमी ध्वजा पूजा के दाैरान कहा कि जाे भी परिवार जिनालय के शिखर पर ध्वजाराेहण करता है उनकी आध्यात्मिक यशकीर्ति चहुं ओर परमात्मा के अतिशय से फैलती है। ट्रस्ट के प्रवक्ता अरविन्द काेठारी ने कहा कि इस जिनालय से जुड़े समस्त सदस्याें कै परमात्मा और गुरुदेव की विशेष कृपा प्राप्त है।
ट्रस्ट के प्रचार प्रसार संयाेजक ललित डाकलिया ने बताया कि प्रातः परमात्मा का स्नात्र पूजा महाेत्सव और सत्तरभेदी पूजा राेहित गुरुजी के विधिविधान द्वारा सम्पन्न हुई और ध्वजाराेहण कार्यक्रम में श्री जिनदत्त कुशल सूरी जैन सेवा एवं संगीत मंडल और श्री जिन कुशल सूरी सामायिक मंडल ने व्यवस्थाएं संभाली।
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद के बैण्ड मंडल ने संगीत की प्रस्तुति दी। ध्वजाराेहण कार्यक्रम में अध्यक्ष तेजराज मालानी, महामंत्री कुशलराज गुलेच्छा, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्रकुमार रांका, विजयराज डाेसी, सुरेन्द्र रांका, पुखराज कवाड, रमेश गुलेच्छा, पारसमल पगारिया, प्रकाश भन्साली, राजेन्द्र गुलेच्छा आदि अनेक सदस्य उपस्थित थे।