जल जीवन मिशन को बजट परिव्यय में वृद्धि के साथ साल 2028 तक बढ़ाया गया: सीतारमण
20,000 करोड़ रुपए के परिव्यय के साथ एक परमाणु ऊर्जा मिशन की घोषणा की

Photo: nirmala.sitharaman FB Page
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि जल जीवन मिशन, जिसका उद्देश्य सभी ग्रामीण घरों में नल का पानी उपलब्ध कराना है, को बजट में वृद्धि के साथ साल 2028 तक बढ़ा दिया गया है।
लगातार आठवां बजट पेश करते हुए सीतारमण ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 15 करोड़ घरों, जो भारत की ग्रामीण आबादी का 80 प्रतिशत है, को पीने योग्य नल के पानी के कनेक्शन की सुविधा प्रदान की गई हैउन्होंने कहा, '100 प्रतिशत कवरेज प्राप्त करने के लिए मुझे इस मिशन को साल 2028 तक बढ़ाए जाने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें कुल व्यय में वृद्धि की गई है।'
निर्मला सीतारमण ने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों के अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपए के परिव्यय के साथ एक परमाणु ऊर्जा मिशन की घोषणा की।
उन्होंने अगले पांच वर्षों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) में तकनीकी अनुसंधान के लिए 10,000 फेलोशिप की भी घोषणा की।
इसके अलावा, वित्त मंत्री ने पांडुलिपि विरासत के सर्वेक्षण, दस्तावेज़ीकरण और संरक्षण के लिए एक राष्ट्रीय स्थानिक मिशन और ज्ञान भारत मिशन की स्थापना का प्रस्ताव रखा।