स्थानीय निकाय चुनाव केवल दो से ज्यादा बच्चों वाले लोगों को ही लड़ने की अनुमति दी जाएगी: चंद्रबाबू नायडू
नायडू ने कहा कि वे लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते नीतियां लाएंगे

Photo: tdp.ncbn.official FB Page
तिरुपति/दक्षिण भारत। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कोई व्यक्ति सरपंच, नगर पार्षद या महापौर तभी बन सकता है, जब उसके दो से अधिक बच्चे हों। उन्होंने संकेत दिया कि इससे जनसंख्या में गिरावट को रोका जा सकेगा।
नायडू ने कहा कि वे लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते नीतियां लाएंगे।पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने यहां नरवरिपल्ले में संवाददाताओं से कहा, 'एक समय में, अधिक बच्चों वाले व्यक्तियों को पंचायत (चुनाव) या स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं थी।'
उन्होंने कहा, 'अब मैं यह कह रहा हूं कि कम बच्चों वाले व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकते। आप सरपंच, नगर पार्षद, निगम अध्यक्ष या महापौर तभी बनेंगे, जब आपके दो से अधिक बच्चे होंगे।'
मुख्यमंत्री के अनुसार, उत्तर भारत लगभग 15 वर्षों में स्थिर प्रजनन दर का लाभ खो सकता है।
तेदेपा सुप्रीमो ने कहा कि पुरानी पीढ़ी के लोग अधिक बच्चे पैदा करते थे, जबकि वर्तमान पीढ़ी ने इसे घटाकर एक बच्चा कर दिया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि आजकल कुछ 'स्मार्ट' लोग दोहरी आय, कोई बच्चा नहीं (डीआईएनके) की अवधारणा को अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'आपके माता-पिता ने चार से पांच बच्चे पैदा किए और आपने उन्हें घटाकर एक कर दिया। अब तो और भी समझदार लोग कह रहे हैं कि दोहरी आय, बिना बच्चों के हम मौज-मस्ती कर सकते हैं। अगर उनके माता-पिता ने उनकी तरह सोचा होता, तो वे इस दुनिया में नहीं आते।'
नायडू ने कहा कि सभी देशों ने यह गलती की है और हमें सही समय पर निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि अधिक बच्चे पैदा करने के महत्त्व पर जोर नहीं दिया गया और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
दक्षिण कोरिया, जापान और महाद्वीपीय यूरोप जैसे देशों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उन स्थानों के लोगों को जनसंख्या में गिरावट के खतरे का एहसास नहीं है, बल्कि उनका ध्यान केवल धन सृजन, आय बढ़ाने और उन देशों को आगे ले जाने पर है।
नायडू ने कहा, 'अब उन्हें लोगों की जरूरत है, हमें उन्हें भेजना होगा। हम उस स्थिति में आ गए हैं।'