ठेकेदार मामला: जी परमेश्वर बोले- 'भाजपा प्रियांक को बिना सबूत बना रही निशाना'
गृह मंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि सीआईडी जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी
Photo: DrGParameshwara FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। पिछले सप्ताह बीदर में एक ठेकेदार की आत्महत्या के मामले में अपने कैबिनेट सहयोगी प्रियांक खरगे का बचाव करते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि उनके खिलाफ अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा खरगे के इस्तीफे की मांग कर रही है।
गृह मंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि सीआईडी जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी।बता दें कि ठेकेदार ने सात पृष्ठों का एक नोट छोड़ा है, जिसमें उसने एक व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाए हैं, जो खरगे का सहयोगी बताया जा रहा है।
भाजपा ने मांग की है कि मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या को प्रियांक खरगे से तत्काल इस्तीफा मांगना चाहिए तथा मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए 4 जनवरी तक की समयसीमा तय की है। ऐसा न करने पर पार्टी ने कलबुर्गी में एक विशाल रैली आयोजित करने के बाद मंत्री के आवास का घेराव करने की 'चेतावनी' दी है।
भाजपा की मांग पर पूछे गए सवाल के जवाब में परमेश्वर ने कहा, 'प्रियांक खरगे ने खुद स्पष्ट किया है कि उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है और उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट में उनका नाम नहीं था। इसके बावजूद भाजपा उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। कोई आधार तो होना चाहिए। अगर कोई सबूत है कि प्रियांक खरगे सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं तो ठीक है, लेकिन बिना सबूत के किसी व्यक्ति पर बेवजह आरोप लगाना ठीक नहीं है।'
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और उसे इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए, क्योंकि उसने भी अतीत में सरकार चलाई है और केंद्र में सरकार का नेतृत्व कर रही है।