मोसाद की खतरनाक योजना, कैसे पेजर पर एक संदेश के बाद धमाकों से दहला लेबनान?
पेजर धमाकों की चपेट में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी भी आए
Photo: IsraelinIndia FB page
तेहरान/दक्षिण भारत। बेरूत में ईरान के दूतावास ने बुधवार को अरब देश में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी की स्वास्थ्य स्थिति पर टिप्पणी की, जो लेबनान में पेजर धमाकों के दौरान घायल हो गए थे।
घटना में अब दर्जनभर लोगों के मारे जाने और 4,000 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। बेरूत में हुए पेजर धमाकों की चपेट में ईरानी राजदूत मोजतबा अमानी भी आ गए थे।बेरूत स्थित ईरानी दूतावास ने बुधवार को बताया कि मोजतबा अमानी की उपचार प्रक्रिया अच्छी चल रही है। उसने कहा कि उनकी शारीरिक स्थिति और दृष्टि को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
वहीं, एक अमेरिकी अखबार ने पेजर धमाकों की असल वजह बताने का दावा किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस मुद्दे पर जानकारी देने वाले अमेरिकी और अन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि इजराइली शासन ने लेबनान में आयातित ताइवान निर्मित पेजर के एक नए बैच के भीतर विस्फोटक सामग्री छिपाई थी।
कुछ अधिकारियों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने ताइवान में गोल्ड अपोलो से जो पेजर मंगवाए थे, लेबनान पहुंचने से पहले ही उनमें छेड़छाड़ की गई थी। ज़्यादातर पेजर कंपनी के एआर924 मॉडल के थे। हालांकि शिपमेंट में गोल्ड अपोलो के तीन अन्य मॉडल भी शामिल थे।
दो अधिकारियों ने बताया कि हर पेजर में बैटरी के बगल में एक से दो औंस तक विस्फोटक सामग्री लगाई गई थी। एक स्विच भी लगाया गया था, जिसे धमाका करने के लिए दूर से चालू किया जा सकता था।
अधिकारियों के अनुसार, लेबनान में दोपहर 3:30 बजे, पेजर पर एक संदेश मिला, जो ऐसा लग रहा था जैसे हिज़्बुल्लाह की ओर से आया है। उस संदेश ने विस्फोटकों को सक्रिय कर दिया था। इसके बाद धमाके होने लगे थे।