दपरे और जेएसडब्ल्यू मिनरल्स रेल लॉजिस्टिक्स के बीच समझौता हुआ
5 बीओबीएसएनएस रेक का किया जाएगा संचालन
यह 07 रेक के अतिरिक्त है, जिसके लिए 17 अक्टूबर को समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे
हुब्बली/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) और जेएसडब्ल्यू मिनरल्स रेल लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच शुक्रवार को एक समझौता हुआ है। यह 05 बीओबीएसएनएस रेक के संचालन के लिए है, जो अनलोडिंग के वास्ते 'साइड डिस्चार्ज' व्यवस्था के साथ विशेष प्रकार के वैगन होते हैं, जिनका उपयोग मिनरल एंटरप्राइजेज लिमिटेड साइडिंग, ससालू और स्वामीहल्ली की खदानों से तोरणगल्लू में जेएसडब्ल्यू के इस्पात संयंत्र तक लौह अयस्क के परिवहन के लिए किया जाएगा।
यह 07 रेक के अतिरिक्त है, जिसके लिए 17 अक्टूबर को समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस तरह कुल 12 बीओबीएसएनएस रेक जेएसडब्ल्यू मिनरल्स रेल लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्राप्त किए जाएंगे। रेक का निर्माण टीटागढ़ रेल सिस्टम लिमिटेड, कोलकाता द्वारा किया गया है और पहली रेक अप्रैल 2024 से संचालित होने की उम्मीद है।जेएसडब्ल्यू मिनरल्स रेल लॉजिस्टिक्स प्रा.लि. प्रति रेक 29.57 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। हर बुकिंग पर ग्राहक को बेस फ्रेट पर 10 प्रतिशत की छूट दी जाती है।
बीओबीएसएनएस वैगन की शुरुआत से वैगन टिपलर या मैन्युअल रूप से अनलोडिंग की कठिनाई कम हो जाएगी। इस रेक की क्षमता 59 बीओएक्सएन रेक से 3.5 प्रतिशत ज्यादा है और यह नियमित बीओएक्सएन रेक की तुलना में माल की प्रति रेक अनलोडिंग समय में लगभग दो घंटे की बचत करेगा।
समझौते पर दपरे के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक/फ्रेट मार्केटिंग ए सुंदर और जेएसडब्ल्यू के कार्यकारी उपाध्यक्ष (योजना और लॉजिस्टिक्स) सुशील नोवाल ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर दपरे के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक सत्य प्रकाश शास्त्री, दपरे के उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, माल ढुलाई सेवा अरविंद हर्ले जी और जेएसडब्ल्यू के अधिकारी मौजूद थे।