राहुल गांधी 'मोहब्बत की दुकान' नहीं, नफरत का 'मेगा मॉल' खोलकर बैठे हैं: नड्डा
जेपी नड्डा ने गुजरात के वडोदरा में 'कार्यकर्ता संवाद' कार्यक्रम को संबोधित किया
नड्डा ने कहा कि आज जब दुनिया में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ होती है तो कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ होती है
वडोदरा/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को गुजरात के वडोदरा में 'कार्यकर्ता संवाद' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोई राजनीतिक दल देखने को नहीं मिला, नेता बस ट्विटर और फेसबुक पर मिले, पर सामने नहीं आए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं ने करोड़ों लोगों की कोरोना में सेवा की। यह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही कर सकते हैं।
नड्डा ने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में आप सभी ने जो पूरी ताकत के साथ काम किया, इससे आपने गुजरात में तो रिकॉर्ड तोड़ा ही तोड़ा, देश में भी आपने एक नाम स्थापित किया है। इसके लिए आपको विशेष रूप से बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि मैं एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे ही लोगों के पास पहुंचते हैं, लेकिन आज मोदी के नेतृत्व में डीबीटी के माध्यम से शत प्रतिशत पैसे लाभार्थियों के पास पहुंचते हैं। यह अंतर है।
नड्डा ने कहा कि इस देश में ट्यूबरक्लोसिस को नेशनल प्रोग्राम बनने में 22-25 साल लग गए, स्मॉल पॉक्स को नेशनल प्रोग्राम बनने में 28 साल लग गए, टिटनस को नेशनल प्रोग्राम बनने में 30 साल लग गए, जापानी इंसेफेलाइटिस को नेशनल प्रोग्राम बनने में 100 साल लग गए, जबकि मोदी के नेतृत्व में सिर्फ नौ महीनों में भारत ने एक नहीं, दो-दो वैक्सीन बनाई।
नड्डा ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में आज भारत लेने वाला नहीं, देने वाला भारत बन गया है। भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। भारत ने 100 देशों को कोरोना की दवाई और वैक्सीन पहुंचाई और इनमें से 48 देशों को मुफ्त में पहुंचाई गई।
नड्डा ने कहा कि नौ साल पहले 92% मोबाइल विदेश से आता था। आज भारत 97% मोबाइल देश में ही उत्पादन कर रहा है। इसी तरह इस्पात में हम चौथे नंबर से दूसरे नंबर पर आ गए हैं। आज टॉय इंडस्ट्री में तीसरे नंबर पर खड़ा है।
नड्डा ने कहा कि आज डंके की चोट पर हम कह सकते हैं कि भारत को मजबूती के साथ खड़ा करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। मोदी ने राजनीति की परिभाषा बदल दी है। पहले राजनीति में सिर्फ परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण था। मोदी ने वंशवाद और वोट बैंक की राजनीति से देश को निकालकर विकासवाद की ओर अग्रसर किया।
नड्डा ने कहा कि आज जब दुनिया में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ होती है तो कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ होती है, उन्हें पचता नहीं है। इन्हें यह नहीं पता कि दुनिया में मोदी की तारीफ हो रही है, तो भारत का स्थान बन रहा है, भारत आगे जा रहा है।
नड्डा ने कहा कि जब जेएनयू में नारे लगते हैं ... 'अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं', 'भारत तेरे टुकड़े होंगे'। देश के खिलाफ ऐसे नारे लगाने वालों का राहुल गांधी समर्थन करते हैं और कहते हैं कि 'मोहब्बत की दुकान' चला रहे हैं। ये मोहब्बत की दुकान नहीं, नफरत का 'मेगा मॉल' खोलकर बैठे हैं।
नड्डा ने कहा कि अगर भारत को आगे ले जाना है तो हमें पांच प्रण लेने पड़ेंगे ... विकसित भारत, गुलामी के हर अंश से निजात, अपनी विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता पर चलना, नागरिकों को अपना कर्तव्य निभाना पड़ेगा।