कर्नाटक को स्वस्थ, समृद्ध बनाने; देश की एकता, अखंडता की मजबूती का संकल्प लें: राज्यपाल
राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया
उन्होंने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्नाटक वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने गुरुवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्नाटक वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। यह हमारे देश के विकास के लिए कड़ी मेहनत करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का अवसर है।
राज्यपाल ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है।राज्यपाल ने कहा कि कर्नाटक राज्य देश के प्रगतिशील राज्यों में से एक है। राज्य के सर्वांगीण विकास और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से बुनियादी सेवाओं तक पहुंच के लिए विभिन्न नवीन और समावेशी कार्यक्रमों को लागू करने में हम अग्रणी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि 'नव भारत के लिए नव कर्नाटक' विषय के साथ 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अन्तर्गत, अमृत स्कूल, अमृत स्वास्थ्य, अमृत कौशल विकास प्रशिक्षण, अमृत स्वयं सहायता समूह, अमृत स्टार्टअप, अमृत क्रीड़ा दत्तू आदि सहित 44 अमृत परियोजनाओं का राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वयन सफलतापूर्वक किया जा रहा हैं।
राज्यपाल ने कहा कि एसडीजी इंडिया इंडेक्स रिपोर्ट 2020-21 के अनुसार, कर्नाटक राज्य चौथे स्थान पर है। राज्य में लघु, सीमान्त, मध्यम एवं वृहद भू-धारकों की पहचान के लिए, 11वीं कृषि गणना का कार्य एक अक्टूबर, 2022 से प्रारम्भ किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि मनरेगा योजना के तहत, वर्ष 2022 में, 29.03 लाख परिवारों के 52.71 लाख लोगों को, कुल 6478.76 करोड़ की लागत से, 13.47 करोड़ श्रम दिवस सृजित कर
रोजगार प्रदान किया गया है। मजदूरों के खातों में सीधे 4110 करोड़ रुपए की मजदूरी का भुगतान किया गया है। दिसंबर 2022 के अंत तक 2314.34 करोड़ रुपए की लागत से 13.35
लाख चालू घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि कर्नाटक सरकार द्वारा बेंगलूरु शहर में 2 से 4 नवंबर, 2022 तक इन्वेस्ट कर्नाटका-2022, ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। इस सफल आयोजन में
लगभग 15,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और कुल 9,81,784 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की।
राज्यपाल ने कहा कि गौरवशाली और विकसित भारत के निर्माण के अगले 25 वर्ष का अमृतकाल, हमारे देश को दुनिया का सिरमोर बनाने के लिए कर्तव्य काल है। मुझे विश्वास है कि आप सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए दूसरों को राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने के लिए प्रेरित करते रहेगें।
राज्यपाल ने कहा कि आइए, हम सब मिलकर कर्नाटक राज्य को स्वस्थ और समृद्ध बनाने तथा देश की संप्रभुता, एकता और अखण्डता को मजबूती प्रदान करने के लिए संकल्प लें और आगे बढ़ें। जय हिन्द! जय कर्नाटक!