
अब भारत विश्व से 'मांगने वाला' देश नहीं, बल्कि मोदी के नेतृत्व में 'देने वाला' देश बन गया: नड्डा
जेपी नड्डा ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर में जनसभा को संबोधित किया
मोदी की नीतियों के कारण दुनिया का नजरिया बदला है
चंद्रपुर/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब विश्व मुसीबत के दौर से गुजर रहा है और हर देश खुद को संकट में पा रहा है, तब हम विपरीत परिस्थित में भी आगे बढ़ रहे हैं। यह केवल प्रधानमंत्री के नेतृत्व के कारण है। ब्रिटेन जैसा देश, जिसने हम पर 200 साल तक राज किया, उसको पछाड़ कर हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।
अमेरिका और यूरोप में कोरोना का टीकाकरण अभी तक पूरा नहीं हो पाया है, चीन की हालत आप देख ही चुके हैं, लेकिन भारत में 220 करोड़ से अधिक टीके लगा कर, जनता को सुरक्षा कवच देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया है।
नड्डा ने कहा कि हमने 100 देशों को कोरोना वैक्सीन पहुंचाई और 48 देशों को तो मुफ्त उपलब्ध करवाई है। अब भारत विश्व से मांगने वाला देश नहीं, बल्कि मोदी के नेतृत्व में देने वाला देश बन गया है। आज दुनिया में यूं ही नहीं हमारी शान बनी है, मोदी की नीतियों के कारण दुनिया का नजरिया बदला है।
नड्डा ने कहा कि मोदी ने लाल किले से 'स्वच्छ भारत' की बात कही तो कांग्रेस के नेताओं ने मजाक बनाया। क्यों? क्योंकि वो जिन घरानों से आते हैं, उनको भारत की पीड़ा का अनुमान ही नहीं था। इस पीड़ा का अनुमान किसी को था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को था। इसीलिए हमारे प्रयासों से देश में 12 करोड़ से अधिक शौचालय बने, महिलाओं को सुविधा मिली।
नड्डा ने कहा कि हमने जो कहा है, वो किया है। जो कह देंगे, वो कर के देंगे। विकास का दूसरा नाम भारतीय जनता पार्टी है और विकास पुरुष की पहचान नरेंद्र मोदी के रूप में है।
मैं आज इस मंच से आंकड़े गिनवा रहा हूं। कोई कांग्रेसी इस तरह से काम गिनवा सकता है क्या? यह मोदी की बनाई कार्यव्यवस्था है, जिसमें हम अपना 'रिपोर्ट कार्ड' साथ लेकर चलते हैं।
नड्डा ने कहा कि राज्य में ऐसी सरकार आई, जिसके मुखिया ने अपनी विचारधारा से ही समझौता कर लिया। पालघर में साधुओं के साथ जो बर्ताव हुआ, क्या दबाव था जो उद्धव सीबीआई जांच से पीछे हट गए?
नड्डा ने कहा कि सत्ता के लालच में शिवसेना ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया और उन लोगों के साथ खड़े हो गए, जिनके खिलाफ बाला साहेब हमेशा लड़ते रहे। ऐसे लोगों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
नड्डा ने कहा कि हमने डीबीटी चलाई, जिसका अर्थ है डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर, जबकि एक डीबीटी इन्होंने भी चलाई थी, जिसका अर्थ था डीलरशिप, ब्रोकरेज और ट्रांसफर। राजनीति में कौन शुभचिंतक है और कौन केवल घड़ियाली आंसू बहाकर आपके हकों का दोहन कर रहा है, जनता को इसे समझना चाहिए।
About The Author
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List