पाक पर लगाएं प्रतिबंध
परमाणु शक्ति संपन्न होना अपने साथ बहुत ज्यादा जिम्मेदारी लेकर आता है

पाकिस्तान की मंत्री इस ग़लतफ़हमी की शिकार हैं कि उनके पास परमाणु बम है तो उन्हें इसके इस्तेमाल की खुली छूट मिल गई है
पाकिस्तानी मंत्री शाजिया मर्री द्वारा भारत पर परमाणु बम हमले की धमकी अत्यंत हास्यास्पद है। इन मोहतरमा को मालूम भी नहीं होगा कि वे क्या कह रही हैं और इसके दूरगामी प्रभाव क्या हो सकते हैं। पाकिस्तान इकलौता ऐसा देश है, जहां हुक्मरान से लेकर अवाम तक सबके दिमाग़ की सुई इसी पर अटकी हुई है कि उनके पास परमाणु बम है। गाहे-बगाहे उनकी ओर से भारत को ऐसी धमकियां मिलती रहती हैं, जिन्हें यहां कोई गंभीरता से नहीं लेता है। पूर्ववर्ती इमरान सरकार में मंत्री रहे शेख रशीद का 'पाव-पाव के बम' वाले बयान पर चुटकुले बन चुके हैं। इसी से पता चलता है कि पाक सरकार के शब्दों में कितना वजन है।
परमाणु शक्ति संपन्न होना अपने साथ बहुत ज्यादा जिम्मेदारी लेकर आता है। अगर एक बार भी इसका ग़लत इस्तेमाल हो गया तो वापसी की कोई गुंजाइश नहीं होगी। फिर तो संबंधित क्षेत्र में महाविनाश छाएगा और लोग सदियों तक इसके दुष्परिणाम भुगतेंगे। दुनिया ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में इसकी एक झलक देखी थी। जो बम वहां डाले गए, वे मौजूदा टेक्नोलॉजी की दृष्टि से 'परमाणु खिलौने' थे। उनसे जितनी तबाही हुई थी, उससे कई गुणा ज्यादा तबाही मौजूदा परमाणु बम मचा सकता है। इसलिए हर विवेकशील मनुष्य यही चाहेगा कि परमाणु बम के इस्तेमाल की कभी नौबत न आए।पाकिस्तानियों को और कुछ सिखाया जाए या न सिखाया जाए, लेकिन हिंदू-विरोध और भारत से नफ़रत ज़रूर सिखाई जाती है। स्कूली पाठ्यक्रम से लेकर मीडिया, फिल्मों और मदरसों के जरिए उनका ब्रेन वॉश कर दिया जाता है, इसलिए पाकिस्तान का कोई सेना प्रमुख, प्रधानमंत्री या मंत्री ऐसी अविवेकपूर्ण बातें करे तो इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
वास्तव में पाक के पास परमाणु बम होना किसी बंदर के हाथ में माचिस होने जैसा है। लिहाजा संयुक्त राष्ट्र संघ और परमाणु प्रसार नियंत्रक एजेंसियों को इसका संज्ञान लेना चाहिए और पाकिस्तान पर कड़े प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
पाकिस्तान की मंत्री इस ग़लतफ़हमी की शिकार हैं कि उनके पास परमाणु बम है तो उन्हें इसके इस्तेमाल की खुली छूट मिल गई है और कोई जवाबी कार्रवाई नहीं होगी। मीडिया में चर्चा तो यह भी होती है कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम ज़रूर होंगे, लेकिन उनका 'बटन' अमेरिका के पास है। उसके कर्ज तले बुरी तरह दबा पाक इतनी जुर्रत कभी नहीं कर सकता कि वह परमाणु हमला ही कर दे।
अगर पाकिस्तान में कोई सेना प्रमुख ऐसी 'मूर्खता' कर दे तो यह उसकी ओर से जीवन की 'अंतिम मूर्खता' होगी। आज भारत की उपग्रह प्रणाली इतनी उन्नत है कि वह पाकिस्तान की ओर से आ रहे ऐसे खतरे का तुरंत अलर्ट देने में सक्षम है। इसके जवाब में भारतीय मिसाइलें उस खतरे को न केवल आसमान में खत्म कर देंगी, बल्कि जवाबी कार्रवाई में पाक पर इतने अंगारे बरसाएंगी कि कराची से लेकर रावलपिंडी, इस्लामाबाद, पेशावर और तमाम इलाके धुआं-धुआं हो जाएंगे।
भारत एक जिम्मेदार देश है, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का समर्थक है। उसने जितनी सहिष्णुता दिखाई है, उतनी किसी देश ने नहीं दिखाई। अगर कोई देश भारत की सहिष्णुता को कमजोरी मानता है तो यह उसकी बहुत बड़ी भूल है। भारत कभी परमाणु बम की धमकियां नहीं देता और न कभी इस बात को लेकर ढिंढोरा पीटता है कि उसके पास यह शक्ति है। यहां एक सुव्यवस्थित शासन प्रणाली है, जिसके अनुसार देश चलता है।
अगर कोई पड़ोसी यह सोचता है कि परमाणु हमले के बाद वह सुरक्षित रह जाएगा तो होश की दवा करे। भारत का परमाणु कार्यक्रम इतना शक्तिसंपन्न है कि अगर उसने प्रतिक्रिया दे दी तो पाकिस्तानियों को छुपने के लिए धरती छोटी नजर आएगी और पाक का नाम नक्शे पर नहीं, बल्कि इतिहास की किताबों तक सीमित रह जाएगा।
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