इतिहास बनाने उतरेंगी भारतीय पुरुष और महिला टीमें
इतिहास बनाने उतरेंगी भारतीय पुरुष और महिला टीमें
सेंचुरियन। भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमें सेंचुरियन में बुधवार को मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले ट्वंटी २० मैचों में एक साथ सीरीज जीतने का इतिहास बनाने उतरेंगी।हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम के पास जोहानसबर्ग में सीरीज में अपराजेय ब़ढत बनाने का मौका था लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच पांच विकेट से जीतकर पांच मैचों की सीरीज को २-१ के स्कोर के साथ रोमांचक बना दिया। हालांकि उसी दिन बाद में उसी मैदान पर विराट कोहली की कप्तानी वाली पुरुष टीम ने दक्षिण अफ्रीका को २८ रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में १-० की ब़ढत बना ली।महिला टीम अब चौथे मैच को जीतकर जहां सीरीज में ३-१ की अपराजेय ब़ढत बनाना चाहेगी तो वहीं विराट सेना की नजरें दूसरे मैच को जीतकर २-० की अपराजेय ब़ढत बनाने पर होंगी। यदि भारतीय पुरुष और महिला टीमें अपने-अपने मैच जीत जाती हैं तो विदेशी जमीन पर यह पहला मौका होगा जब दोनों भारतीय टीमों ने एक के बाद एक लगातार दो सीरीज जीती हैं।भारतीय पुरुष टीम छह मैचों की वनडे सीरीज ५-१ से और महिला टीम वनडे सीरीज २-१ से जीत चुकी है। दोनों टीमें यदि इस अभूतपूर्व मौके से चूक जाती हैं तो फिर उन्हें निर्णायक मैच का इन्तजार करना प़डेगा। भारतीय महिला टीम को तीसरे मैच में दिग्गज बल्लेबाज मिताली राज का शून्य पर आउट होना काफी भारी प़डा था। पिछले दो मैचों में लगातार अर्धशतक बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच रहीं पूर्व कप्तान मिताली पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गईं जिसके बाद भारतीय टीम १७.५ ओवर में १३३ रन पर लु़ढक गई। दक्षिण अफ्रीका ने १९ ओवर में पांच विकेट पर १३४ रन बनाकर मैच जीत लिया था। मध्यम तेज गेंदबाज शबनम इस्माइल ने ३० रन पर पांच विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तो़ड दी थी। स्मृति मंधाना ने ३७ और कप्तान हरमनप्रीत ४८ रन बनाए लेकिन १२ वें ओवर में दो विकेट पर ९३ रन की मजबूत स्थिति के बाद भारत की बल्लेबाजी का पतन हो गया और उसने मात्र ४० रन जो़डकर आखिरी आठ विकेट गंवा दिए। भारतीय महिला टीम को इस स्थिति से बचना होगा, खासतौर पर मिताली को विकेट पर लम्बे समय तक टिका रहना होगा। मिताली में आखिरी ओवर तक टिके रहने कौशल है और यदि वह ऐसा कर जाती हैं तो भारत पहले खेलने की सूरत में ब़डा स्कोर भी बना सकता है और लक्ष्य का पीछा करने की स्थिति में सफलता भी हासिल कर सकता है। ट्वंटी २० में ६६ मैचों में १८३८ रन बना चुकीं मिताली ने पहले दो मैचों में नाबाद ७६ और नाबाद ५४ रन की पारियां खेल कर भारत को आसान जीत दिलाई थी और चौथे मैच में भारत को अपनी पूर्व कप्तान से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।भारतीय पुरुष टीम ने पहले ट्वंटी २० में धमाकेदार प्रदर्शन कर मेजबान टीम के होश उ़डा दिए थे और विराट की यही कोशिश होगी कि दूसरे मैच में भी दक्षिण अफ्रीका का सूप़डा सा़फ कर दे। भारत दक्षिण अफ्रीका दौरे में पहले दो टेस्ट गंवाने के बाद अगले आठ मैचों में सात मैच जीत चुका है। इन सात जीत में एक टेस्ट, पांच वनडे और एक ट्वंटी २० शामिल है। भारत ने पांच विकेट पर २०३ रन का मजबूत स्कोर बनाया था जो भारत का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ट्वंटी २० में सर्वाधिक स्कोर था। भारत ने फिर दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट पर १७५ रन पर रोक दिया था। दक्षिण अफ्रीका को रोकने में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का ब़डा हाथ रहा था जिन्होंने २४ रन पर पांच विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद पूरी उम्मीद है कि दूसरे मैच में भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं होगा और वही एकादश उतरेगी जो पहले मैच में खेली थी। भारत की जीत में सुरेश रैना की वापसी महत्वपूर्ण रही थी जिन्होंने अपनी संक्षिप्त पारी में न केवल पुराने तेवर दिखाए बल्कि उनका पक़डा गया एक कैच काबिले तारीफ था। रैना को विकेट पर थो़डा समय बिताने की कोशिश करनी होगी ताकि वह एक अच्छा स्कोर बना सके। भारत की बल्लेबाजी की खास बात यही रही कि सभी बल्लेबाजों ने मैदान पर उतरने के साथ ही रन बटोरे जिससे भारत २०० के पार पहुंच सका और २०० के ऊपर का यही स्कोर मेजबान टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना गया। दक्षिण अफ्रीका को वापसी करने के लिए बल्ले और गेंद से कुछ जज्बा दिखाना होगा ताकि वह सीरीज को रोमांचक बना सके और उसे निर्णायक मैच तक खींच सके।