शिखर धवन दोहरे शतक से चूके
शिखर धवन दोहरे शतक से चूके
गाले। टीम में वापसी करने वाले ओपनर शिखर धवन (१९०) ने अपने पसंदीदा गाले मैदान में अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बना लिया लेकिन वह दोहरे शतक से चूक गए। शिखर की इस लाजवाब पारी और चेतेश्वर पुजारा के नाबाद १४४ रन से भारत के श्रीलंका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन बुधवार को तीन विकेट पर ३९९ रन का मजबूत स्कोर बना लिया। शिखर को श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। ओपनर मुरली विजय के अपनी चोट से न उबर पाने के कारण शिखर को टीम में मौका मिला और इस मौके का उन्होंने दोनों हाथों से भरपूर फायदा उठाया। शिखर ने १६८ गेंदों पर ३१ चौकों की मदद से १९० रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। शिखर का दुर्भाग्य रहा कि वह अपने पहले दोहरे शतक से १० रन दूर रह गए। शिखर ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए २५३ रन की जबरदस्त साझेदारी की। पुजारा ने अपने कैरियर का १२वां शतक बनाया जबकि शिखर का ओवरऑल यह पांचवां शतक था। दोनों के बीच जबरदस्त साझेदारी ने भारत को दिन की समाप्ति तक बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पुजारा ने २४७ गेंदों पर १४४ रन में १२ चौके लगाए। पुजारा के साथ दिन के खेल की समाप्ति तक अजिंक्य रहाणे ९४ गेंदों में एक चौके की मदद से ३९ रन बनाकर क्रीज पर थे। ओपनर अभिनव मुकुंद १२ और कप्तान विराट कोहली तीन रन बनाकर आउट हुए। भारत की पारी के तीनों विकेट नुवान प्रदीप ने १८ ओवर में ६४ रन देकर लिए। सलामी बल्लेबाज शिखर ने अपनी सार्थकता और चयन दोनों साबित करते हुए १९० रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। हालांकि वह अपने पहले दोहरे टेस्ट शतक से केवल १० रन दूर रह गए और नुवान प्रदीप ने उन्हें एंजेलो मैथ्यूज के हाथों कैच कराकर उन्हें इस उपलब्धि से वंचित कर दिया। धवन ने इसी मैदान पर अपना आखिरी टेस्ट शतक बनाया था। उन्होंने भारत के आखिरी श्रीलंका दौरे में वर्ष २०१५ में १२ अगस्त को मैच में १३४ रनों की पारी खेली थी। शिखर ने वर्ष २०१५ के उस टेस्ट के दो साल बाद जाकर अपना पांचवां शतक बनाया है। इन दो वर्षों के बीच उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक बनाया था जो जुलाई २०१६ में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉर्थ साउंड में ८४ रन के रूप में था। ३१ वर्षीय बल्लेबाज ने २०१३ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली टेस्ट में १८७ रन की पारी खेली थी जो उनके टेस्ट कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी थी। यह उनका पांचवां टेस्ट शतक है लेकिन अब उन्होंने गाले में अपने १९० रन के स्कोर से इसे पीछे छो़ड दिया है। उन्होंने दूसरे छोर पर टिके हुए चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए २५३ रन की ब़डी साझेदारी भी की। दोनों ने भारतीय टीम को शुरूआती झटके से उबारा। कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया। हालांकि उसे ओपनिंग क्रम के बल्लेबाज अभिनव मुकुंद का विकेट मात्र २७ के स्कोर पर सस्ते में गंवाना प़ड गया जो १२ रन बनाकर नुवान प्रदीप की गेंद पर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला को कैच दे बैठे लेकिन इसके बाद धवन और दूसरे छोर पर टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने लंच तक टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। लंच तक भारत का स्कोर ११५ पहुंच गया। गाले इंटरनेशनल स्टेडियम में चल रहे मैच में शिखर ने लंच तक आठ चौके लगाकर नाबाद ६४ और पुजारा ने ३७ रन बना लिए थे। शिखर ने दिलरूवान परेरा की गेंद पर एक रन लेकर ६२ गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर किया। शिखर ने लंच के बाद अपनी रन गति तेज की और ११० गेंदों में १०० रन तक पहुंच गए। उन्होंने १५० रन का आंक़डा १४७ गेंदों में पूरा कर लिया जिसमें उन्होंने २४ चौके लगाए। भारत के २५० रन ४९.५ ओवर में पूरे हो गए। शिखर अपने दोहरे शतक से जब १० रन दूर थे तो उन्होंने फील्डर के ऊपर से शॉट मारने की कोशिश में मैथ्यूज को कैच थमा दिया। शिखर आउट होते ही गहरी निराशा के साथ पैवेलियन की ओर चल दिए लेकिन डे्रसिंग रूम में मौजूद भारतीय खिलाि़डयों ने अपनी जगह पर ख़डे होकर तालियां बजाते हुए शिखर का अभिवादन किया। चायकाल तक भारत का स्कोर दो विकेट पर २८२ रन था। कप्तान विराट चायकाल के तुरंत बाद प्रदीप की गेंद पर डिकवेला को कैच थमा बैठे। भारत का तीसरा विकेट २८६ के स्कोर पर गिरा। पुजारा ने अपने ५० रन ८० गेंदों में और १०० रन १७३ गेंदों में पूरे किए। श्रीमान भरोसेमंद के नाम से मशहूर पुजारा ने अपनी ख्याति के अनुरूप खेलते हुए दिन की समाप्ति तक भारत को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। उन्होंने रहाणे के साथ चौथे विकेट की अविजित साझेदारी में ११३ रन जो़ड डाले। भारत ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को तथा श्रीलंका ने दानुष्का गुणातिल्का को टेस्ट पदार्पण का मौका दिया।