कायरता भरा हमला
कायरता भरा हमला
कश्मीर के दक्षिणी हिस्से में सावन के पहले सोमवार की रात अमरनाथ यात्रियों की एक बस पर हुए आतंकी हमले में ७ शर्धालुओं की जान चली गई। इस हमले में २१ लोग बुरी तरह घायल भी हुए हैं्। बस अमरनाथ से श्रीनगर लौट रही थी। यह बस श्राइन बोर्ड में पंजीकृत नहीं थी और सुरक्षा बालों की निगरानी में चलने वाली गाि़डयों के काफिलों में भी शामिल नहीं थी। इस कायरता भरे हमले में पांच आतंकियों ने दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर बस का पीछा किया और बस पर अंधादूं गोली बारी की थी। यह घटना सुरक्षा बालों की छावनी से महज २५० मीटर की दूरी पर हुई। बस के ड्राइवर सलीम मि़र्जा ने हिम्मत दिखते हुए भरी गोली बारी के बीच बस की ऱफ्तार बढाकर सुरक्षा छावनी तक बस पहुंचादि। इस बहादुरी की वजह से अनेक लोगों की जान बच सकी। इस घटना के बाद देश भारत में आक्रोश की लहार दौ़ड प़डी और कश्मीर में भी आतंकी हमले की क़डी निंदा की जारही है। जिस तरह से कश्मीर के लोगों ने इस घटना पर दुःख जाहिर करते हुए पीि़डतों से सहानभूति जताई है उस से देश में भाईचारे का परिचय मिलता है। सोशल मीडिया पर भी अनेक कश्मीरी युवा इस हमले की क़डी निंदा करते ऩजर आये और उन्होंने हमलारों के खिलाफ सख्त कारवाही की भी मांग की है। अलगाओवादी नेता भी इस हमले के बाद खेमा बदलते ऩजर आये। उन्होंने भी अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले की निंदा करना ही बेहतर समझा। इस हमले से हमलावरों की कायरता का ही नहीं बल्कि हमारे देश की मजबूत नीव का कारण बने भाईचारे का भी परिचय मिला। यह सच भी सामने आया की आतंक का कोई मजहब नहीं होता। जिस तरह से एक मुस्लिम जांबा़ज ने हिन्दू श्रद्धालुओं की जान बचने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की उस से यह सा़फ होजाता है की भले ही आतंकी भारत पर कितने ही आक्रमण करलें परंतु हमारे देश की एकता को खंडित नहीं कर सकेंगे। आतंकियों के खुनी खेल से कश्मीर की जनता भी वाकिफ हो चुकी है और भविष्य में कश्मीरी जनता को गुमराह कर सहानभूति हासिल करने की आतंकियों की कोशिशों को शायद ही कोई समर्थन मिलेगा।आतंकवाद देश और कश्मीर के लिए खतरनाक है और इसका जल्द से जल्द खत्म होना चाइये। कश्मीर के विकास के लिए आतंकवाद के खात्मे की आवश्यकता को राज्य की जनता भली भाँती समझ चुकी है। जिस तरह अमरनाथ यात्रियों की महजबानी पर गर्व जताते कश्मीरी ऩजर आये और हमले के खिलाफ राज्य के अनेक स्थानों पर स्थानीय लोगों द्वारा किये गए विरोध प्रदर्शन से शांति प्रिय कश्मीर की महक आने लगी है।