अन्नाद्रमुक मुख्यालय में बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक
अन्नाद्रमुक मुख्यालय में बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक
चेन्नई। बुधवार को रोयापेटा स्थित राज्य की सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(अन्नाद्रमुक) पार्टी मुख्यालय में पार्टी के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई। पार्टी की अध्यक्षता राज्य के मुख्यमंत्री तथा पार्टी के सह संयोजक ईके पलानीस्वामी तथा उप मुख्यमंत्री एवं पार्टी के संयोजक ओ पन्नीरसेल्वम ने की। पार्टी के सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने मौजूदा समय में राजय में बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर पार्टी के विधायकों को समुचित दिशा निर्देश देने के लिए यह बैठक बुलाई थी।पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी ने इस बैठक के दौरान पार्टी के विधायकों से कहा कि वह अनायास टीका-टिप्पणी करने से बचें। पार्टी के संयोजक और उप-संयोजक ने विधायकों से कहा कि यदि आरके नगर के विधायक टीटीवी दिनाकरण द्वारा सरकार की आलोचना भी की जाती तो वह शांत रहें और सब कुछ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर छो़ड दें। विधायकों से अनुरोध किया कि वह मीडिया के सामने किसी प्रकार का बयान देने से बचें और राज्य में होने वाले आगामी स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों मेें जुट जाएं।इस बैठक में पार्टी के १०४ विधायकों ने हिस्सा लिया। बैठक में मंत्री कादम्बूर राजू और सेल्लूर के राजू सहित सात अन्य विधायक विभिन्न कारणों से उपस्थित नहीं हो सकें। ज्ञातव्य है कि कादम्बूर एस राजू और सेल्लूर के राजू दोनों ही राज्य के ऐसे मंत्री हैं जो पूर्व में टीटीवी दिनाकरण और शशिकला के समर्थन में बयान देकर पार्टी की फजीहत करवा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में पार्टी के ११ विधायकों को आमंत्रित किया गया था। इनमें १८ अयोग्य घोषित किए टीटीवी दिनाकरण समर्थक विधायकों और उनके दो अन्य समर्थक विधायक भी शामिल थे।इस बैठक के बाद राज्य के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बैठक बुलाने का मुख्य उद्देश्य पार्टी के सभी विधायकों को आगामी विधानसभा सत्र के दौरान की जाने वाली चर्चाओं के बारे में बताना था। उन्होंने कहा कि हमने अपने विधायकों को लोकतांत्रिक ढंग से विधानसभा सत्र आयोजित करने में सहयोग देने और उनके द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्रों में किए गए विकास कार्यों के बारे में बताने तथा राज्य में ‘अम्मा शासन’’ होने की बात सही साबित करने का अनुरोध किया है।जब डी जयकुमार से यह पूछा गया कि वह राज्य विधानसभा में दिनाकरण से कैसे निपटेंगे तो उन्होंने कहा कि इससे हम पर कोई प्रभाव नहीं प़डेगा। वह विधानसभा में अकेला ऐसे व्यक्ति होंगे जिसे किसी का भी समर्थन प्राप्त नहीं होगा और यह हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य इस विधानसभा सत्र के दौरान मौजूदा सरकार द्वारा लोगों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों के बारे में बताना होगा। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के लिए कुछ नई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा भी की जा सकती है।इसी क्रम में मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने बुधवार को एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी कि पार्टी ने १८ नेताओं को अपना आधिकारिक प्रवक्ता नियुक्त किया है। इनमें सी पोन्नैयन, पी वलरमती, एस गोकुला इंदिरा, वैगई सेल्वम, जेसीडी प्रभाकर,एम अझगु राजू, के समरसम, धीरन, केसी पलानीसामी, एएस माहेश्वरी, आरएम बाबू , मुरुगवेल और जवाहर अली शामिल हैं। ज्ञातव्य है कि राज्य विधानसभा का आगामी सत्र ७ जनवरी को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के औपचारिक संबोधन के साथ शुरु होगा।