अस्पताल में जयललिता से मिले थे सभी मंत्री : राजू
अस्पताल में जयललिता से मिले थे सभी मंत्री : राजू
चेन्नई। तमिलनाडु के मंत्री सेल्लुर के राजू ने मंगलवर को अपने दो मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के इस दावे का खंडन किया कि किसी को भी पिछले साल अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मुख्यमंत्री जे जयललिता से मिलने नहीं दिया गया। जब राजू से संवाददाताओं ने पूछा गया कि पिछले साल २२ सितंबर से ७५ दिनों तक जब जयललिता अस्पताल में भर्ती थीं तब क्या वह उनसे मिले थे, तो उन्होंने कहा, सभी मंत्री उनसे मिले। हालांकि सहकारिता मंत्री राजू ने यह कहते हुए पूरा ब्यौरा देने से इन्कार कर दिया कि वह इस मुद्दे पर कुछ और कहने को तैयार नहीं है। उन्होंने यह जरूर कहा कि अम्मा की मौत बहुत ब़डा नुकसान है।जब उनसे वन मंत्री सी श्रीनिवासन के इस दावे पर कि अन्नाद्रमुक नेताओं ने जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला एवं उनमें से कोई उनसे अस्पताल में मिलने नहीं गया, बार-बार पूछा गया तो उन्होंने कहा, आपको केवल उन्ही मंत्री से पूछना चाहिए जिन्होंने ऐसी राय व्यक्त की है। श्रीनिवासन के बयान से द्रमुक और अन्य विपक्षी दलों ने जयललिता की मौत की सघन जांच की मांग एक बार फिर तेज कर दी है।श्रीनिवासन ने २३ सितंबर को मदुरै में एक जनसभा में लोगों से यह कहते हुए माफी मांगी थी कि उन्होंने जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला था। उन्होंने कहा था कि अस्पताल में जयललिता के भर्ती रहने के दौरान किसी को उनसे मिलने नहीं दिया गया। जो भी बातें सामने आईं, वे बातें उनकी करीबी वी के शशिकला के रिश्तेदारों द्वारा कहीं गई और यह कि वह ठीक हैं। उन्होंने कहा कि शशिकला के डर के मारे पार्टी नेताओं ने झूठ बोला ताकि लोग यकीन कर लें कि जयललिता की स्थिति सुधर रही है। वाणिज्य कर मंत्री केसी वीरामणि ने सोमवार को उनकी बातों का समर्थन किया। वेल्लोर जिले में एक जनसभा में वीरामणि ने शशिकला या उनके परिवार का नाम लिए बगैर कहा, इस परिवार के डर से हमसे जो बताया जाता था हम बताते थे कि अम्मा ने दो इडली खाई, उन्होंने बातचीत की, वह ठीक हैं। मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के भिन्न भिन्न बयानों पर राजस्व मंत्री आरबी उदय कुमार ने मंगलवार को कहा कि यह उनके अपने अनुभव पर आधारित निजी राय है।