हफ्ते में दो दिन पूर्ण बंदी का कोई प्रस्ताव नहीं : येडियुरप्पा
हफ्ते में दो दिन पूर्ण बंदी का कोई प्रस्ताव नहीं : येडियुरप्पा
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने स्पष्ट किया है कि राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए हफ्ते में दो दिन कर्फ्यू लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं रखा है। उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या पर काबू पाने के लिए सप्ताह में दो दिन पूर्ण बंदी घोषित करने के संबंध में चल रही कयासबाजी में कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने पत्रकारों के एक प्रश्र्न के उत्तर में कहा कि सरकार ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलवार को अनुरोध करेंगे कि वह अब तक जारी लॉकडाउन की कुछेक पाबंदियां अब हटाने की घोषणा करें।’
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में अब जो भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से अधिकांश मामले महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली से आए लोगों के संपर्क में आने की वजह से आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों से आनेवाले लोगों को क्वारंटीन करना जरूरी है। यही राज्य सरकार की योजना है और यह योजना सरकार अपनी पूरी क्षमता के अनुसार क्रियान्वित कर रही है। इस समय कर्नाटक में चेन्नई, दिल्ली और महाराष्ट्र के लोगों के सिवा अन्य किसी भी राज्य से आनेवाले लोगों की गतिविधियों पर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं है। सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली और चेन्नई से लौट रहे लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण न दिखने पर भी उन्हें तीन दिन के अनिवार्य संस्थागत क्वारंटीन में रहना होगा। इसके बाद उन्हें अपने घरों पर ही 11 दिन की क्वारंटीन अवधि गुजारनी होगी। वहीं, महाराष्ट्र से आने वालों को सात दिन संस्थागत क्वारंटीन और सात दिन घरेलू क्वारंटीन में रहना होगा।इस बीच, राज्य सरकार ने लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने और एक-दूसरे से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के बारे में जागरूक करने का कदम उठाया है। इसके तहत आगामी गुरुवार को ‘मास्क डे’ का पालन किया जाएगा, जिसमें कन्नड़ फिल्मों के दिग्गज स्टार्स विधान भवन के पास अंबेडकर भवन में जुटेंगे और मास्क लगाने के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे।