भारत में नेपाल के हैं सर्वाधिक विदेशी छात्र, उच्च शिक्षा के लिए कर्नाटक पसंदीदा राज्य
भारत में नेपाल के हैं सर्वाधिक विदेशी छात्र, उच्च शिक्षा के लिए कर्नाटक पसंदीदा राज्य
नई दिल्ली/भाषा। भारत में पढ़ने आने वाले विदेशी छात्रों में सर्वाधिक नेपाल के हैं और इस मामले में दूसरे नंबर पर अफगानिस्तान है। इसके साथ ही भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विदेशी छात्रों का पसंदीदा राज्य कर्नाटक है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में यह बताया गया है।
भारत में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की संख्या विदेशी छात्राओं से अधिक है। विदेशी छात्रों के बीच बी-टेक सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम है। इस मामले में दूसरे नंबर पर बीबीए पाठ्यक्रम है। उच्च शिक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाले विदेशी छात्रों की संख्या 47,427 है।कर्नाटक में सर्वाधिक 10,023 विदेशी छात्र पढ़ते हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (5,003), पंजाब (4,533), उत्तर प्रदेश (4,514), तमिलनाडु (4,101), हरियाणा (2,872), दिल्ली (2,141), गुजरात (2,068) और तेलंगाना (2,020) का नाम आता है।
एचआरडी मंत्रालय के अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण के अनुसार, विश्वभर के 164 देशों के विदेशी छात्र भारत में पढ़ते हैं। पंजीकरण कराने वाले कुल विदेशी छात्रों के 63.7 प्रतिशत छात्र शीर्ष 10 देशों के हैं। सर्वाधिक (26.88 प्रतिशत) छात्र नेपाल के हैं। इसके बाद अफगानिस्तान (9.8 प्रतिशत), बांग्लादेश (4.38 प्रतिशत), सूडान (4.02 प्रतिशत), भूटान (3.82 प्रतिशत) और नाइजीरिया (3.4 प्रतिशत) के छात्र हैं।
इसमें बताया गया कि अमेरिका के 3.2 प्रतिशत, यमन के 3.2 प्रतिशत, श्रीलंका के 2.64 प्रतिशत और ईरान के 2.38 प्रतिशत छात्र हैं। पीएचडी के लिए पंजीकरण कराने वाले विदेशी छात्रों के मामले में इथियोपिया (295) सबसे आगे है और उसके बाद यमन (149) का नाम आता है।
आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक संख्या में विदेशी छात्रों ने स्नातक के पाठ्यक्रमों (73.4 प्रतिशत) के लिए पंजीकरण कराया है जबकि स्नातकोत्तर के लिए 16.15 प्रतिशत विदेशी छात्रों ने पंजीकरण कराया है। रिपोर्ट के अनुसार विदेशी छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम बी-टेक (8,861 छात्र) है। इसके अलावा बीबीए (3,354), बीएससी (3,320), बीए (2,226), बी-फार्मा, बीसीए, एमबीबीएस, नर्सिंग और बीडीएस भी लोकप्रिय हैं।
वार्षिक सर्वेक्षण के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों को तीन व्यापक वर्गों विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों और स्वतंत्र संस्थानों में बांटा गया है। वर्ष 2018-19 के सर्वेक्षण में कुल 962 विश्वविद्यालयों, 38,179 महाविद्यालयों और 9,190 स्वतंत्र संस्थानों ने हिस्सा लिया।